विश्वगुरू भारत का विश्व भर में बज रहा डंका 8 देशों के प्रमुख अब भारतवंशी

विश्वगुरू अब बन रहा सत्य में विश्व भर का गुरु

स्वतंत्र प्रभात 

 विश्व राजनीति में भारतवंशियों का दबदबा और बढ़ गया है। अब भारतीय मूल के थर्मन षणमुगरत्नम सिंगापुर के 9वें राष्ट्रपति निर्वाचित होने से वह विश्व के आठवें देश के भारतवंशी राष्ट्र प्रमुख बन गए हैं। थर्मन के माता-पिता तमिल हैं तथा सिंगापुर में तमिल जनसंख्या लगभग 9 प्रतिशत है। इससे पूर्व 7 अन्य देशों में भारतीय मूल के 7 नेता या तो राष्ट्रपति पद पर विराजमान हैं या प्रधानमंत्री पद को सुभोभित कर रहे हैं।

थर्मन ने राजनीति में आने के 22 वर्षों के बाद राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव लडऩे के लिए जुलाई में सत्तारूढ़ पीपुल्स एक्शन पार्टी (पी.ए.पी.) और कैबिनेट में अपने पदों से इस्तीफा दे दिया था। यह कुछ विश्लेषकों के लिए आश्चर्यजनक और अप्रत्याशित रहा क्योंकि पिछले कुछ सप्ताह में पी.ए.पी. को परेशान करने वाले घोटालों को देखते हुए लग रहा था कि इससे उनकी उम्मीदवारी पर दाग लग सकता है। सिंगापुर की वर्तमान राष्ट्रपति हलीमा याकूब का 6 वर्ष का कार्यकाल 13 सितम्बर को समाप्त हो रहा है। 

सिंगापुर के राष्ट्रपति षणमुगरत्नम से पहले ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, पुर्तगाल के प्रधानमंत्री एंटोनियो कोस्टा, मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ, लैटिन अमरीकी देश सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोखी, गुयाना के राष्ट्रपति इरफान अली, सेशल्स के राष्ट्रपति वावेल राम कलावन व आयरलैंड के प्रधानमंत्री लियो वराडकर भारतीय मूल के राजनेता हैं जो शीर्ष पदों पर पहुंचे हैं।

प्रधानमंत्री ली सीन लूंग ने शनिवार को थर्मन को बधाई देते हुए कहा कि सिंगापुर के लोगों ने निर्णायक अंतर से थर्मन षणमुगरत्नम को हमारा अगला राष्ट्रपति चुना है। वह भारतीय मूल के कई उन नेताओं में से हैं जो वैश्विक स्तर पर सार्वजनिक सेवा के उच्चतम स्तर तक पहुंचे हैं। उनकी जीत विश्वभर में भारतीयों के बढ़ते प्रभाव का प्रतीक है। 

अमरीका में निक्की और रामास्वामी भी चमके कमला के बाद 
अमरीका में भारतीय-अमरीकी समुदाय के बढ़ते प्रभाव को कमला हैरिस की सफलता में देखा जा सकता है जो देश की पहली महिला उपराष्ट्रपति बनीं। कैलिफोर्निया के प्रमुख राजनेता हरमीत ढिल्लों ने हाल ही में रिपब्लिकन नैशनल कमेटी (आर.एन.सी.) के अध्यक्ष के लिए चुनाव लड़ा था। निक्की हैली और विवेक रामास्वामी जैसे भारतीय मूल के नेताओं ने 2024 में व्हाइट हाऊस के लिए अपनी दावेदारी पेश की है।

About The Author: Swatantra Prabhat UP