नगर के निजी नर्सिंग होम के डॉक्टरों पर पत्नी और नवजात बेटी को जान से मारने से आरोप

स्वतंत्र प्रभात ब्यूरो
 
 बेहटा मुजावर क्षेत्र के अटवा बैक निवासी युवक ने गांव की आशा बहु और नगर के निजी नर्सिंग होम के डॉक्टरों पर पत्नी और नवजात बेटी को जान से मारने से आरोप लगाया है। पीड़ित ने बांगरमऊ पुलिस से शिकायत कर कार्यवाही किए जाने की मांग की है। बेहटा मुजावर क्षेत्र के अटवा बैक निवासी नरेंद्र कुमार ने बताया की उसकी पत्नी शिवानी 9 माह की गर्भवती थी बीते रविवार शाम उसने गांव की आशा बहु को बुलाकर सरकारी एंबुलेंस से बांगरमऊ नगर के एक निजी नर्सिंग होम के गया।
जांच के बाद पति ने पत्नी को नर्सिंग होम में भर्ती कराने की बात कही लेकिन आशा बहु स्वयं की जिम्मेदारी कहते हुए नरेंद्र को समझाबुझा कर नानामऊ मार्ग स्थित दूसरे निजी नर्सिंग होम ले गई और वहां भर्ती करा दिया था। सोमवार सुबह लगभग 9 बजे बेटी का जन्म हुआ जिसकी दिल की धड़कन धीरे होने के चलते नर्सिंग होम के डॉक्टरों ने नवजात बेटी को लखनऊ ले जाने की बात कही। लेकिन लखनऊ में नवजात बेटी को मृत घोषित कर दिया गया। वापस लौटते समय उसने आशा बहु से फोन पर बात की उसने पत्नी की हालत सही होने और कुछ जांच कराने के लिए लखनऊ ले जाने की बात कही इसके अलावा पत्नी की हालत के विषय में कुछ नही बताया उसे कुछ नही बताया।
सोमवार शाम करीब 4 बजे आशा बहु पत्नी शिवानी का शव लेकर घर पहुंच गई। इधर निजी नर्सिंग होम का संचालक और डॉक्टर नर्सिंग होम में ताला डालकर फरार हो गए। आरोप है की नर्सिंग होम संचालकों ने उससे ऑपरेशन के लिए 25 हजार रुपए लिए थे और 25 हजार रुपए उसकी बैग में निजी नर्सिंग होम में ही रखे थे वह भी नही मिले।पीड़ित ने पुलिस को शिकायती प्रार्थना देकर आशा बहु और नर्सिंग होम संचालक के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कर कार्यवाही किए जाने की मांग की है।
 
ऑपरेशन से हुआ था पहला बच्चा
 
नरेंद्र ने बताया की उसका विवाह करीब 4 वर्ष पहले फतेहगढ़ के मोहम्दाबाद क्षेत्र में हुआ था। तीन वर्ष पहले ऑपरेशन से पत्नी ने बेटे शौर्य को जन्म दिया था। लेकिन इस बार निजी नर्सिंग होम के डॉक्टरों ने जबरन नार्मल डिलीवरी कराई और पत्नी की मौत हो गई।  
 
खून और ऑपरेशन के जमा कराए 38 हजार रुपए
 
पति के अनुसार रविवार रात नर्सिंग होम डॉक्टरों ने पत्नी के शरीर में 2 यूनिट खून कम होने की बात कही जिसके लिए 13 हजार रूपये जमा कराए और ऑपरेशन के लिए 25 हजार रुपए भी जमा कराए। 
 
नर्सिंग होम में लटका मिला ताला
 
पति ने बताया की वह नवजात बेटी को लेकर लखनऊ चला गया जहां बेटी को मृत घोषित कर दिया गया। वापस लौटने पर मार्ग में आशा बहु ने फोन करके जांच के लिए पत्नी को लखनऊ लेकर आने की बात कही। लेकिन वह पत्नी को देख नही सका। शाम करीब 4 बजे पत्नी का शव घर पहुंचा।
 
नर्सिंग होम में ही रह गए 25 हजार रुपए
 
ऑपरेशन के लिए नरेंद्र ने 25 हजार रुपए नर्सिंग होम में जमा किए थे और 25 हजार रुपए बैग में रख दिए थे। नवजात बेटी को लखनऊ ले जाने में 25 हजार रूपए नर्सिंग होम में बैग में ही रखकर चला गया। वापस लौटने पर पर नर्सिंग होम में ताला लटका मिला।

About The Author: Swatantra Prabhat UP