अयोध्या: महर्षि बामदेव तपोस्थली पर श्रद्धालुओं ने किया जलाभिषेक

स्वतंत्र प्रभात
 
मिल्कीपुर, अयोध्या। महर्षि बामदेव तपोस्थली स्थित शिव मंदिर पर सुबह से ही श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लग गई श्रद्धालु पूजा अर्चना कर रहे हैं । जहां मंदिरों में श्रद्धालुओं ने महामृत्युंजय का जाप किया वहीं आरती पूजन के अवसर पर ढोल नगाड़े की गूंज लोगों को आकर्षित कर रही। भक्तिभाव के साथ श्रद्धालुओं ने महादेव की आराधना कर रहे हैं और परिवार की सुख समृद्धि की मंगल कामना कामना कर रहे हैं। हर-हर महादेव के जयकारे मंदिरों परिसर में गूंजते रहे।
किंवदन्तियों के अनुसार महर्षि बामदेव तपोस्थली के पुजारी राजू पंडित के गुरु के अनुसार अयोध्या धाम के राजा दशरथ के छोटे पुत्र भरत का मुंडन संस्कार इसी तपोस्थली पर हुआ था जहां 51 बीघे में स्थित हरि सागर की सात सीढ़ियां भी सोने की हुआ करती थी, वर्तमान में प्रदेश सरकार की महत्वकांक्षी अमृत सरोवर योजना के तहत इस सरोवर का जीर्णोद्धार किया जा रहा है।
 यही नहीं राजा दशरथ के बड़े पुत्र श्री रामचंद्र की शिक्षा दीक्षा भी इसी आश्रम में हुई थी। वेद पुराणों व रामचरितमानस में भी महर्षि बामदेव  तपोस्थली  का वर्णन मिलता है। आदिकाल से भगवान शंकर का शिवलिंग आज भी विद्यमान है, आश्रम के चारों ओर स्थित बट वृक्ष इसके गवाह है। मंदिर के पुजारी राजू पंडित बताते हैं कि मंदिर परिसर में खुदाई के दौरान बड़ी संख्या में प्राचीन मूर्तियां एवं शिलालेख मिले हैं, जिनका आज भी सुरक्षित रखा गया है। उस पर भी भक्त पूजा पाठ जलाभिषेक करते हैं। यहां भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना करने के लिए  जनपदों समेत अन्य प्रदेशों से भी श्रद्धालु भोलेनाथ के भक्त आते रहते हैं भंडारे का भी आयोजन भक्तों द्वारा किया जाता रहता है।

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