सांसद मेनका गांधी की कार्यशैली से नाराज ग्रामीणों ने रोड पर किया प्रदर्शन

ग्रामीणों का कहना है कि हमारी लोकप्रिय सांसद मेनका गांधी जी को लोग मां कहकर पुकारते हैं मगर मां ने अपना कर्तव्य भूलकर जनता की उम्मीदों पर पानी फेर दिया ।

 

बौरा जगदीशपुर, सुल्तानपुर 

सुल्तानपुर जनपद के बौरा जगदीशपुर गांव में मझुई नदी पर नवनिर्मित पुल का शिलान्यास करने पहुंची सांसद मेनका गांधी की कार्यशैली से नाराज़ गांव वासियों ने  गांव के पास सुल्तानपुर अम्बेडकर नगर हाइवे के किनारे खड़े होकर जमकर प्रदर्शन किया । 

ग्रामीणों का कहना है कि हमारी लोकप्रिय सांसद मेनका गांधी जी को लोग मां कहकर पुकारते हैं मगर मां ने अपना कर्तव्य भूलकर जनता की उम्मीदों पर पानी फेर दिया । जब मीडिया कर्मियों ने उनके प्रदर्शन का कारण पूछा तो उन लोगों ने बताया कि पुल का शिलान्यास करने आयी सांसद ने शिलान्यास वाली जगह पर न जाकर गांव के बब्बन पान्डेय के घर के सामने कुछ बाहरी लोगो को इकट्ठा करके कर लिया गया 

जब कि गांव की जनता इस कड़ी धूप में पुलिया के पास खडी होकर उनका इन्तजार करती रही। जब गांव वासियों को यह पता चला कि अब यहां पर कार्यक्रम नहीं होगा तथा शिलान्यास का पत्थर भी उखाडकर वहां से हटा दिया गया तो गांव वासियों ने गांव में स्थित सिद्ध पीठ आश्रम संस्थान बौरा जगदीशपुर के महंत पूज्य संत बाबा दयारामदास जी महाराज की अगुवाई मे अपनी पीड़ा ब्यक्त करने के लिए सड़क पर एकत्रित हो गए।

 परन्तु जिले की मां कहलाने वाली सांसद जी के अन्दर तनिक भी दया नही आयी। उन्होंने गरीब जनता की परेशानियों को सुनने से इनकार करते हुए उनके प्रार्थना पत्र को भी लेने से इनकार कर दिया।  

उनके इस कृत्य से नाराज़गी ज़ाहिर करते हुए गांव वासियों ने रोष प्रकट किया। इस मौके पर राम मिलन पांडे राजेश पाण्डेय, राजमणि पांडे, राजकुमार पाण्डेय सतीश श्रीवास्तव प्रदीप श्रीवास्तव जगन्नाथ पांडे बाबूराम सहित सैकड़ों गांव वासी मौजूद रहे।

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