कृषि विज्ञान केन्द्र 3 बड़गांव में वैज्ञानिक सलाहकार समिति की हुई बैठक

खरीफ कार्यों को दी जानकारी दी, दिए सुझाव

स्वतंत्र प्रभात, जिला ब्यूरो। हेमेन्द्र क्षीरसागर। मध्यप्रदेश। 

बालाघाट।

राणा हनुमान सिंह कृषि विज्ञान केन्द्र, बड़गांव, बालाघाट में दिनांक 27 जुलाई को वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक ज.ने.कृ.वि.वि. जबलपुर के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. संजय वैशंमपायन की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में अधिष्ठाता, कृषि महाविद्यालय बालाघाट डॉ. एन.के. बिसेन, सांसद प्रतिनिधि बालाघाट कुवर बिसेन, उपसंचालक कृषि राजेश खोबरागढ़े, परियोजना संचालक आत्मा बालाघाट  अर्चना डोंगरे, सहायक यंत्री बालाघाट कोलस्ते, सहायक संचालक उद्यान बालाघाट, हरगोविन्द धुवारे, पशुपालन विभाग बालाघाट डॉ. नगपुरे, केन्द्रीय रेशम विभाग बालाघाट डॉ. बावस्कर, सहायक संचालक बालाघाट  सुनील सोने, प्रगतिषील कृषक पेण्डरई  गणेश नगपुरे एवं कंटगी से श्री रामेश्वर चौरीवार अन्य प्रगतिशील कृषक सदस्य उपस्थित रहें। 

कार्यक्रम की शुरूआत में कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. आर.एल. राऊत द्वारा रबी 2023 में केन्द्र द्वारा सम्पादित किए गए कार्यों का विवरण प्रस्तुत किया गया एवं खरीफ 2023 में सम्पादित किए जा रहें कार्यों के विषय में जानकारी दी गई। कार्यक्रम में ज.ने.कृ.वि.वि., जबलपुर से पधारे वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. संजय वैषंमपायन ने ’श्री अन्न’, प्राकृतिक खेती तथा गोवंष पालन को बढ़ावा दिया जाने पर सुझाव दिया साथ ही डॉ. वैषंमपायन ने समन्वित कृषि प्रणाली अपनाने, रेशम पालन, मधुमक्खी पालन एवं एक्रीकृत कीट प्रबंधन अपनाने हेतु सुझाव दिया।

अधिष्ठाता डॉ. एन.के. बिसेन ने जैविक खेती एवं प्राकृतिक खेती हेतु फॉस्फोरस रिच आर्गेनिक खाद बनाकर उपयोग करने का सुझाव दिया। उपसंचालक कृषि  राजेश खोब्रागड़े ने कोदो-कुटकी, रागी, सॉवा आदि मोटा अनाज के उत्पादन को बढ़ावा दिये जाने का सुझाव दिया। परियोजना संचालक आत्मा बालाघाट सुश्री अर्चना डोंगरे द्वारा जिले में दलहन एवं तिलहन की खेती को बढ़ावा देने हेतु सुझाव दिया एवं प्राकृतिक खेती बढ़ाने हेतु सुझाव दिया। सहायक संचालक उद्यानिकी हरगोविन्द धुवारे ने जिले में नारियल की खेती को बढ़ावा देने हेतु सुझाव दिया। कार्यक्रम में अन्य उपस्थित अधिकारियों तथा कृषकों ने भी उल्लेखनीय सुझाव दिए जिन्हें आगामी कार्ययोजना में सम्मिलित किया जाएगा।

परामर्शदात्री समिति के सदस्यों द्वारा केन्द्र में संचालित प्रदर्शन इकाईयां जैसे मशरूम स्पॉन उत्पादन, प्राकृतिक खेती प्रदर्शन इकाई, मषरूम उत्पादन इकाई, नर्मदा निधि मुर्गी पालन इकाई, कड़कनाथ उत्पादन इकाई, बकरी पालन इकाई, अजोला इकाई, वर्मीकम्पोस्ट इकाई, नेट हाऊस इकाई, क्रॉप केफेटेरिया आदि का भ्रमण किया गया। कार्यक्रम का संचालन एवं आभार केन्द्र के वैज्ञानिक डॉ. एस.आर. धुवारे द्वारा किया गया। कार्यक्रम को संपादित करने में केन्द्र के वैज्ञानिक डॉ. रमेष अमूले, श्रीमति अन्नपूर्णा शर्मा, एवं जिला कृषि मौसम इकाई परियोजना के  धर्मेन्द्र आगाशे का सराहनीय योगदान रहा।

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