कुशीनगर : बाल अधिकार संरक्षण आयेगा की सदस्या ने की पिकू वार्ड का निरीक्षण

श्रम विभाग द्वारा पकड़े गए बाल किशोर बच्चो से मिल ली जानकारी

कुशीनगर, स्वतंत्र प्रभात। उoप्र0 राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्या सुचिता चतुर्वेदी द्वारा आज सोमवार को जनपद में एक दिवसीय भ्रमण कार्यक्रम के तहत जिला संयुक्त चिकित्सालय स्थित पीकू वार्ड का निरीक्षण सहीत विभिन्न अधिकारियों के साथ बैठक सर्किट हाउस में सम्पन्न की गई।

 बैठक दौरान सदस्या द्वारा सभी सम्बन्धित विभागों को आपसी समन्वय के साथ कार्य करने पर बल दिया गया, ताकि योजनाओं का लाभ सम्बन्धित पात्र को मिल सके। समीक्षा दौरान उन्होंने सर्वप्रथम प्रोवेशन विभाग के कार्यों/,योजनाओं के सम्बन्ध में जानकारी लेते मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना अंतर्गत कितने बच्चों का रजिस्ट्रेशन हुआ कोरोनाकाल में कितने बच्चों के माता-पिता की मृत्यु पश्चात वच्चे अनाथ हुए उन्हें क्या सुविधाएं दी जा रही हैं, आदि की जानकारी ली गई व जिला प्रोवेशन अधिकारी द्वारा विभाग से संचालित सभी योजनाओं की जानकारी दी गई। 

 सदस्या द्वारा महिला सम्मान कोष की जानकारी व पुलिस विभाग में कितने केस लंबित हैं कि सम्बन्ध में पूछ-ताछ की गई जिस पर महिला थानाध्यक्ष द्वारा अनभिज्ञता जाहिर किया गया। समीक्षा दौरान कितने बच्चों का प्राइवेट विद्यालयों में प्रवेश कराया गया के सम्बन्ध में जिला वेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा बताया गया कि 1600 आवेदन पत्रों के सापेक्ष अभी तक 525 का नामांकन हुआ है 200 बच्चों का और कराया जाना है, इसी क्रम में जनपद में कुल प्राइवेट विद्यालयों की संख्या, अल्पसंख्यक विद्यालयों की संख्या,कोई ऐसा विद्यालय जो ऐसे बच्चों का नामांकन नही कर रहा हो आदि की जानकारी ली गई।

श्रम विभाग द्वारा छापेमारी के दौरान (बाल किशोर)पकड़े गए बच्चों की जानकारी लेने दौरान, पुलिस विभाग के आंकड़े अलग, बाल संरक्षण विभाग के अलग-अलग होने पर घोर आपत्ति जताते हुए कड़ी नाराजगी व्यक्त की तथा सभी से अपनी अपनी सूची प्रस्तुत किये जाने का निर्देश दिए गए। श्रम विभाग के कार्यों की समीक्षा दौरान पंजीकरण की स्थिति, विभाग द्वारा अन्य संचालित योजनाएं छात्रवृत्ति, शादी विवाह योजना,मातृत्व योजना,की जानकारी लेते हुए सम्बन्धित को आवश्यक निर्देश भी दिए गए। सदस्या द्वारा आरबीसी टीम द्वारा विद्यालयों के निरीक्षण की जानकारी ली गई जिसके अंतर्गत सम्बन्धित चिकित्सक द्वारा बताया गया कि प्रत्येक ब्लॉक में 2-2 टीमें लगाई गई हैं जो वर्ष में एक बार निरीक्षण कर कुपोषित/अति कुपोषित बच्चों की जांच कर दवा इलाज हेतु अग्रिम कार्यवाही की जाती है, तथा दूसरी टीम में आंगनबाड़ी भी होती है जो वर्ष में दो बार जांच होती है। इसी प्रकार आईसीडीएस विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी जिला कार्यक्रम अधिकारी से ली गई।

 बैठक में जिला विकास अधिकारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी सहित सभी सम्बन्धित अधिकारी व पुलिस विभाग के सीओ पड़रौना, महिला थानाध्यक्ष व अन्य सभी सम्बन्धित उपस्थित रहे।

बैठक से पूर्व राज्य बाल संरक्षण आयोग की सदस्या सूचिता चतुर्वेदी द्वारा जिला अस्पताल स्थित पीकू वार्ड का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण दौरान विभिन्न कक्षों का निरीक्षण किया गया व भर्ती मरीजों से पूछताछ भी की गई,। ततपश्चात पोषण पुनर्वास केंद्र का भी निरीक्षण किया गया। किचन के निरीक्षण दौरान आ प्रशिक्षित रसोईया पाए जाने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की गई, तथा सम्बन्धित को आवश्यक निर्देश दिए गए। कुपोषित/अति कुपोषित बच्चों से मिल कर उनसे पूछ ताछ भी की गई तथा सुविधाओं के सम्बन्ध में जानकारी भी ली गई। निरीक्षण दौरान जिला विकास अधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला प्रोवेशन अधिकारी, सहित सभी सम्बन्धित उपस्थित रहे।

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