मकर संक्रांति बाद राम मंदिर की होगी प्राण प्रतिष्ठा, एक साथ 300 सौ भक्त कर सकेंगे दर्शन

श्री राम जन्मभूमि का 90% कार्य पूरा हुआ 22 जनवरी 2024 को भगवान होंगे स्थापित.....

स्वतंत्र प्रभात ‌

अयोध्या।

धर्म नगरी अयोध्या में बन रहे राम मंदिर की नई तस्वीरें आज समाने आई हैं। प्रथम तल के निर्माण कार्य की है। मंदिर के बाहर आठ एकड़ में परकोटा बनाया जा रहा है। जिसका आयताकार 800 गुणे 800 मीटर का बताया जा रहा है। 


राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य अनिल कुमार मिश्रा ने बताया की वर्ष 2024 में मकर संक्रांति के बाद शुभ मुहूर्त पर प्राण प्रतिष्ठा करने के बाद राम भक्त भगवान का दर्शन कर सकेंगे। पहली चैत राम नवमी पर सूर्य की किरण भगवान के ललाट पर पड़ेगी। इसकी व्यवस्था की जा रही है। पड़ोसी जनपद समेत शहर के लोग आसानी से दर्शन कर सकेंगे। बाकी लोग टेलीविजन पर भगवान का दर्शन कर सकेंगे।

इस परिसर में 300 से 400 लोग आकर एक साथ दर्शन कर सकते है। ये मंदिर पूरी तरह से खास है। 500 सालों की प्रतीक्षा के बाद मंदिर का निर्माण हो रहा है।उन्होंने कहा कि मंदिर निर्माण का ज्यादातर काम पूरा कर लिया गया है। भगवान की मूर्ति का काम तय समय से पूरा कर लिया जाएगा।

राम मंदिर में भूतल का काम पूरा करने के बाद आइसोग्राफी यानि प्रतिमा विज्ञान के आधार पर खंभों में रामायण के प्रसंगों के आधार पर मूर्तियों का निर्माण चल रहा है। भूतल पर कुल 166 खंभे लगाए गए हैं। इनमें 6 खंभे अष्टकोण के गर्भ गृह के हैं। इनमें से गर्भ गृह के सभी खंभे श्वेत संगमरमर के हैं। शेष सभी 160 खंभे पिंक सेंडस्टोन जयपुर के हैं।

 गर्भ ग्रह के दीवार और छत का काम पूरा हो चुका है। फर्श का काम अभी किया जाना है। खंभों पर अलग-अलग देवी-देवताओं के चित्र भी बनाए जा रहे हैं कारीगरों से जब पूछा गया कि एक चित्र बनाने में कितना समय लगता है तो उन्होंने कहा कि 1 से 2 दिन लग जा रहा है।

About The Author: Swatantra Prabhat UP