कान्हा गौशाला महराजगंज की स्थित दयनीय, कई गोवंश बीमार चारों ओर फैला गंदगी का अंबार

 

महराजगंज/रायबरेली:

 शासन और प्रशासन गोवंश पशुओं की सुरक्षा व सरंक्षण के लगातार दंभ भर रहा है। लेकिन राज्य सरकार के मंत्री स्वतंत्र प्रभार दिनेश प्रताप सिंह के अपने गृह जनपद में नगर पंचायत महराजगंज से संचालित कान्हा गोशाला की हालत बद से बदतर दिखाई दे रही है। बेजुबान भूख व बारिश के चलते बीमार होकर काल के गाल में समामें की ओर अग्रसर हैं। जिम्मेदार काफी दावा तो ठोक रहे हैं, किंतु कान्हा पशु आश्रय महराजगंज कभी झांकने तक नहीं आते।

      आपको बता दें कि, आदर्श नगर पंचायत के नाम से जानी जाने वाली नगर पंचायत महराजगंज में दावे तो बड़े-बड़े ठोके जा रहे हैं, किंतु यहां संचालित कान्हा पशु आश्रय की हालत बद से बदतर देखने को मिली। स्थानीय लोगों की शिकायत पर पत्रकारों ने जब गौशाला का निरीक्षण किया तो वहां कई गाये बीमार दशा में देखी गई। वहीं एक दूसरी गाय बजबजाते कीचड़ में बंधी मिली।

    नगर पंचायत के कर्मचारी ने बताया कि, गायों की संख्या 88, बछिया 21, सांड/बैल 53 वहीं बछड़ा 38 हैं। नगर पंचायत महराजगंज से संचालित कान्हा पशु आश्रय केंद्र में 200 गोवंशी पशु अभिलेखों में दर्ज हैं। 
     इनकी देखभाल के लिए सुबह-शाम व रात्रि की अलग-अलग ड्यूटी में नौ कर्मचारियों की तैनाती की गई है। साथ ही नियमित इलाज के लिए चिकित्सक की भी ड्यूटी लगाए गई है, लेकिन कान्हा पशु आश्रय केंद्र में शासन के आदेशों-निर्देशों को दरकिनार किया जा रहा है। 

     मौके की स्थिति देखकर यही अंदाजा लगाया जा सकता है कि, यहां के जिम्मेदारों को इन बेसहारा गोवंशी के संरक्षण व सुरक्षा की कोई चिता नहीं है। बेजुबानों की सुरक्षा व भरण-पोषण को लेकर जिम्मेदार संजीदा नहीं हैं। एक सप्ताह से हो रही बारिश में आधे से अधिक गोवंश के लिए बचाव के इंतजाम न होने के चलते बारिश से भीगना व भूख से लगातार बेजुबान बीमार हो रहे हैं। 

चारे के नाम पर सिर्फ सूखा पुआल कटा हुआ दिया जा रहा है। इतना ही नहीं समय से इनका इलाज न होने के चलते बेजुबान बीमार होते जा रहे हैं। ऐसे ही शनिवार को बीमार कई गाये अंदर बंधी मिली। एक दूसरी कीचड़ में बंधी देखी गई।
      हालांकि ड्यूटी में तैनात कर्मचारियों ने केवल एक गोवंश के बीमार होने की बात स्वीकार की। उसने यह भी बताया कि, यहां पर गोवंशी पशु की देखरेख के लिए नियुक्त चिकित्सक आते हैं।

     इस संबंध में जब अधिशासी अधिकारी अपर्णा मिश्रा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि, जानकारी के बाद उन्होंने गौशाला का स्थलीय निरीक्षण किया, जो भी खामियां मौके पर मिली, उसको सुधारने हेतु कर्मचारियों को कड़े निर्देश दिए गए हैं। आगे से गोवंश की देखरेख में किसी भी प्रकार की हीला हवाली देखी गई तो उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही होगी।

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