स्वतंत्र प्रभात
बृज भूषण तिवारी
ब्यूरो गोंडा।
स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन के नाक के नीचे अवैध व्यवसाय कर जन जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं झोलाछाप डाक्टर। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र खरगूपुर चिकित्सा के क्षेत्र में भारी शोषण का शिकार रहा है
अवैध रूप से संचालित पैथालॉजी लैबों में ब्लड सैंपल व जांच के नाम पर मरीजों से ली जा रही भारी रकम ब्लड सैंपल के नाम पर मरीजों से मनमानी रकम वसूले जाते हैं । सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र खरगूपुर में बंगाली व अन्य झोलाछाप और गैर पंजीकृत लोग यहां झोलाछाप अस्पताल खोलकर और गांव गांव में जाकर अवैध चिकित्सा करते हैं इन चिकित्सकों के इलाज से कई लोग असमय ही काल कवलित हो जाते हैं।
इन्हें दवाई के नाम पर दर्द और नींद की प्रतिबंधित दवाइयां दे दी जाती है भोले भाले मासूम ग्रामीण मजदूर यह समझते हैं कि उनके मरीज को रोग से राहत मिली है और धीरे.धीरे करके यह गंभीर बीमारियों के शिकार हो जाते हैं। क्षेत्र में कई डॉक्टरों को पहले स्वास्थ्य विभाग की छापेमारी में पकड़ने के बाद लेनदेन करके मौके पर ही मामला रफादफा कर दिया गया।
कई बार अवैध पंजीकृत दवाइयां जप्त हुई हैं।लेकिन कोई कार्यवाही न हो पाने की वजह से स्वास्थ्य विभाग अवैध चिकित्सकों की पनाहगाह बना हुआ है। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र खरगूपुर क्षेत्र मे खरगूपुर बाजार, भंगहा , पृथ्वीनाथ चौराहा , लोनावादरगाह निधिनगर, शिवगढ़ आदि कई स्थानों पर झोलाछाप डॉक्टरों द्वारा अबैध क्लीनिक का संचालन जोरों से किया जा रहा है।