जिलाधिकारी की अध्यक्षता में सिंचाई एवं परिवहन विभाग के कार्यों की मासिक समीक्षा बैठक संपन्न।

सिंचाई विभाग द्वारा संचालित परियोजनाओं के कार्यों को वर्षा प्रारम्भ होने के पूर्व ही पूर्ण करने के दिए निर्देश।

मऊ

जिलाधिकारी अरुण कुमार की अध्यक्षता में कैंप कार्यालय स्थित सभागार में सिंचाई एवं परिवहन विभाग के कार्यों की मासिक समीक्षा बैठक संपन्न हुई। बैठक के दौरान अधिशासी अभियंता सिंचाई ने बताया कि वर्तमान में जनपद में कुल 5 परियोजनाओ पर कार्य चल रहा है, 

जिसमे टोंस नदी के बाएं तट पर स्थित पारा शहरोज ख्वाजाजहांपुर बांध पर कटाव निरोधक कार्य (भौतिक प्रगति 70%), सरयू नदी के दाएं तट पर स्थित बीवीपुर बेलौली बांध पर क्षतिग्रस्त कटर के स्थान पर बोल्डर स्पर निर्माण कार्य (भौतिक प्रगति 80%), सरयू नदी के दाएं तट पर स्थित ग्राम सूरजपुर में राम जानकी मंदिर के डाउनस्ट्रीम में कटाव निरोधक कार्य (भौतिक प्रगति 85%),टोंस नदी के दाएं तट पर स्थित भदेसरा जमींदारी बांध पर पुनर्स्थापना, लांचिंग एप्रेन एवं स्लोप पिचिंग का कार्य (भौतिक प्रगति 65%), टोंस नदी के बाएं तट पर स्थित बांध पर 7.5 किलोमीटर लंबाई के उच्चीकरण एवं सुदृढ़ीकरण का कार्य (भौतिक प्रगति 65%) शामिल है।

बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने समस्त परियोजनाओं के पक्के कार्यों को 30 जून एवं कच्चे कार्यों को अधिकतम 15 जुलाई तक पूर्ण करने के निर्देश अधिशासी अभियंता सिंचाई को दिए। नहरों में टेल तक पानी की पहुंच की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने अगले 10 दिनों के अंदर समस्त नहरों के टेल तक पानी की पहुंच सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए। सिंचाई विभाग द्वारा बाढ़ से बचाव हेतु ड्रेन की सफाई,बांध सुदृढ़ीकरण सहित अन्य कार्यों की विस्तृत जानकारी लेते हुए जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता सिंचाई को आवश्यक निर्देश दिए।इस दौरान उन्होंने भैंसही नदी के सर्वे कार्य की प्रगति एवं बाद में की जाने वाली अन्य आवश्यक कार्यवाहियो की जानकारी लेते हुए तत्काल इस पर कार्य प्रारंभ करने के भी निर्देश दिए।

परिवहन विभाग के कार्यों की समीक्षा के दौरान गत माह में की गई प्रवर्तन कार्यों की संख्या बहुत कम पाए जाने पर कड़ी फटकार लगाते हुए जिलाधिकारी ने एआरटीओ को कड़ी कार्रवाई की चेतावनी देते हुए इसमें वृद्धि करने के निर्देश दिए। उन्होंने अभियान चलाकर प्रवर्तन कार्यों में वृद्धि करने को कहा। विशेषकर काली फिल्म एवं अवैध रूप से नीली बत्ती का प्रयोग करने वाले वाहनों की जांच कर उनके खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश जिला अधिकारी द्वारा दिए गए।इस दौरान जिला विकास अधिकारी  उमेश चंद तिवारी, एआरटीओ रमेश चंद्र श्रीवास्तव एवं अधिशासी अभियंता सिंचाई वीरेंद्र कुमार उपस्थित रहे।

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