स्वतंत्र प्रभात
अलावल देवरिया/गोण्डा।
वर्ष 1976 से निर्माणाधीन सरयू नहर परियोजना की कर्नलगंज तहसील क्षेत्र से परसा गोण्डरी में 600 मीटर नहर अभी भी लंबित पड़ी थी जिसके खुदाई को रोकने के लिए गांव के 3 परिवार के लोग पिछले 3 वर्ष से नहर के सामने ही धरने पर बैठे हुए थे। जिससे 600 मीटर नहर खुदाई न होने के कारण नहर अधुरी लंबित पड़ी हुई थी।
आज जिला प्रशासन के साथ-साथ आसपास जिले की पुलिस फोर्स प्रशासनिक अधिकारी राजस्व अधिकारी सिंचाई विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचकर धरने पर बैठे किसानों से सुलह समझौते के आधार पर मना लिया और फिर दर्जनों जेसीबी के साथ युद्ध स्तर पर नहर की खुदाई शुरू कर दी।
घटनास्थल पर पूरी तरह से शांति व्यवस्था कायम है इस संबंध में राजस्व अधिकारी महेश कुमार ने बताया ढाई तीन साल से किसान यहां मुआवजे को लेकर धरने पर बैठे थे, अधिकारियों के बीच समझौता हो जाने से लोग मान गए हैं और नहर की खुदाई शुरू कर दी गई, शेष रह गई नहर अब खुद जाने से कनेक्ट हो जाएगी और हजारों किसानों को सिंचाई की सुविधा प्राप्त हो जाएगी।
ये कर्नेलगंज तहसील का परसा गोण्डरी गांव है यहां के तीन परिवार की भूमि नहर में आ रही थी जमीन देने को तैयार था लेकिन वह नए रेट के मुताबिक मुवाज़ा और जमीन के बदले जमीन मांग रहा था,लेकिन सिंचाई विभाग तैयार नही था जिससे किसान पिछले तीन वर्ष से खेत मे धरने पर बैठे थे,इस सम्बन्ध में एक जनहित याचिका भी दायर था
जिस के आदेश पर आज जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंचकर धरने पर बैठे परिजनों से सुलह समझौते के आधार पर उनको सहमति ले ली और सहमति के आधार पर दर्जनों जेसीबी के साथ नहर की खुदाई शुरू करा दी है नहर खुद जाने से कनेक्ट हो जाएगी जिससे अब हजारों किसानों को सिंचाई का लाभ मिल सकेगा। वही पीड़ित किसानों का कहना है कि प्रशासन मौखिक आश्वासन देकर जबरन हम लोगों की जमीन में नहर खुदवाई करा रहा है।