जिलाधिकारी अध्यक्षता में जनपद स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक संपन्न

प्रवर्तन कार्यों में लापरवाही पर एआरटीओ एवं ट्रैफिक इंस्पेक्टर का वेतन रोकने के दिए निर्देश।

मऊके जिलाधिकारी  अरुण कुमार की अध्यक्षता में कैंप कार्यालय स्थित सभागार में जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक संपन्न हुई।

परिवहन विभाग द्वारा गत माह में की गई प्रवर्तन कार्यों की समीक्षा के दौरान एआरटीओ ने बताया कि हेलमेट के अभियोग में 6568, सीट बेल्ट के अभियोग में 338, तथा वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का प्रयोग करने के अभियोग में कुल 162 वाहनों का चालान किया गया। इसी प्रकार हूटर प्रेशर हॉर्न में 37 एवं नो पार्किंग में खड़े 1085 वाहनों का चालान किया गया।

50 वाहनों से काली फिल्म उतरवाने तथा काली फिल्म लगे 21 वाहनों के खिलाफ चालान की कार्रवाई की गई।बिना नंबर प्लेट तथा एचएसआरपी के अभियोग में 45 एवं निर्धारित संख्या से अधिक सवारी बैठने पर 447 वाहनों का चालान किया गया।ये समस्त प्रवर्तन कार्य परिवहन एवं यातायात पुलिस विभाग की संयुक्त टीम द्वारा की गई।

50 वाहनों से काली फिल्म उतरवाने तथा काली फिल्म लगे मात्र 21 वाहनों का चालान करने एवं अवैध रूप से नीली बत्ती लगी गाड़ियों के खिलाफ कार्यवाही में लापरवाही तथा परिवहन एवं यातायात पुलिस द्वारा संयुक्त रूप से किए गए प्रवर्तन कार्यों  के दौरान विभिन्न अभियोगो में चलानो की संख्या बहुत कम होने पर एआरटीओ एवं ट्रैफिक इंस्पेक्टर को कड़ी फटकार लगाते हुए जिलाधिकारी ने इनके वेतन रोकने के निर्देश दिए।
सड़क सुरक्षा हेतु लोक निर्माण विभाग के कार्यों की समीक्षा के दौरान अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग ने बताया कि जाम की समस्या से निपटने हेतु आजमगढ़ तिराहे से गाजीपुर तिराहे तक कुल 23 प्रतिष्ठान चिन्हित किए गए थे जिनमें से मात्र 9 प्रतिष्ठानों में पार्किंग की व्यवस्था है।शेष प्रतिष्ठानों को पार्किंग व्यवस्था हेतु नोटिस निर्गत की गई है। जिन प्रतिष्ठानों ने नोटिस निर्गत के 1 महीने के उपरांत भी पार्किंग की व्यवस्था नहीं की है उन्हें सीज करने के निर्देश जिलाधिकारी द्वारा दिए गए।

इसके अलावा उन्होंने सड़क दुर्घटनाओं की बड़ी संख्या को देखते हुए सर्वे कराकर एक्सीडेंटल जोन को चिन्हित करते हुए समस्त आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए। इस संबंध में समस्त उप जिलाधिकारियों से उनके संबंधित क्षेत्रों में एक्सीडेंटल जोन के चिन्हीकरण एवं आवश्यक कार्यवाही हेतु सहयोग लेने के भी निर्देश जिलाधिकारी द्वारा दिए गए।उन्होंने ब्लैक स्पॉट के सुधारीकरण एवं गति सीमा संकेतक चिन्हों को भी मानक के अनुरूप लगाने के निर्देश दिए। नगर विकास विभाग हेतु निर्धारित कार्यों क्रमशः मार्गों पर प्रकाश व्यवस्था, आवारा पशुओं पर नियंत्रण एवं जेब्रा क्रॉसिंग के निर्माण की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद को समस्त आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए। 

बैठक के दौरान ही जिलाधिकारी ने शिक्षण संस्थानों में रोड सेफ्टी क्लब की स्थापना,शिक्षक अभिभावक मीटिंग में सड़क सुरक्षा के बिंदु को शामिल कर इस संबंध में छात्रों के साथ ही अभिभावकों में भी सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने के निर्देश जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को दिए। उन्होंने एआरएम परिवहन निगम को बस स्टेशन एवं बसों में स्थापित पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम द्वारा सड़क सुरक्षा के प्रति लोगों में जागरूकता उत्पन्न करने हेतु समस्त आवश्यक कार्यवाई करने को भी कहा। 

बैठक के दौरान जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी श्री संतोष सिंह, अधिशासी अभियंता पीडब्ल्यूडी आरएन सिंह यादव, एआरटीओ रमेश चंद्र श्रीवास्तव सहित सड़क सुरक्षा समिति के अन्य सदस्य उपस्थित रहे। 

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