पंजाब में आम आदमी पार्टी पूरी तरह फ्लॉप कुमारेश्वर ऐ.डी. रिधान

 

पंजाब। पंजाब में जब से आम आदमी पार्टी ने अपना कार्य संभाला है, तब से ही जनता में आम आदमी पार्टी के प्रति रोस का माहौल है। माननीय मुख़्य मंत्री पंजाब, भगवंत मान जी की अगवाई वाली सरकार ने लोगों को मुफ़्त बिजली तो दे ही दी है। मग़र इसके साथ पंजाब स्टेट पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड के ऊपर कर्ज़े का अंबार भी लग चुका है और ये निरंतर बढ़ रहा है। 6 दिसंबर 2022 में दैनिक ट्रिब्यून में लगी एक ख़बर के अनुसार पंजाब स्टेट पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने 2022 में 2300 करोड़ का क़र्ज़ उठाया था। शुरू - शुरू में आम आदमी पार्टी का हर विधायक कहीं ना कहीं छापामारी करता था, या फ़िर आप कह लीजिये छापामारी करने का ढोंग करता था। क्योंकि अब आम आदमी पार्टी का कोई भी विधायक किसी भी तरह की कोई भी समाज भलाई की गतिविधि नहीं कर रहा। जीतने के बाद तो पार्टी के सारे विधायक रेत चोरी रोकने में लग गए थे। लेकिन अभी तक रेत चोरी का कोई भी सबूत नहीं मिला। राघव चड्ढा जी तो पूरी मीडिया के साथ इस तरह रेत की ग़ैर - क़ानूनी ख़ुदाई को रोकने में लगे थे जिस तरह पंजाब पर सारा कर्ज़ा  रेत की ग़ैर - क़ानूनी होने वाली ख़ुदाई से ही चढ़ा है। पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के तुरंत बाद ही इनके स्वास्थय मंत्री डॉक्टर विजय सिंघला भ्रष्टाचार के मामले में पकड़े गए।अब अग़र सत्येंद्र जैन को 6 हफ़्तों की ज़मानत मिली है तो मनीष सिसोदिया जेल में बंद हैं। इस बात का फ़ैंसला तो अदालत करेगी कि कौन सच्चा है और कौन झूठा। आज भी पंजाब के बहुत सारे थानों में रिपोर्ट लिखाने गई जनता के साथ दुर्व्यवहार होता है। पंजाब सरकार अभी तक राज्य की कमाई का कोई नया साधन तक नहीं जुटा पाई है।

पंजाब में आम आदमी पार्टी की असफ़लता के मुख़्य कारण इस प्रकार हैं।

  1. अति आत्मविश्वास का होना। जीते हुए विधायकों का जनता से दूर होना।
    पार्टी का नाम आम आदमी पार्टी होते हुए भी आम आदमी के लिए कुछ ना करना।
    जीत से पहले कहते थे घर बैठे काम होगा, और अब कहते हैं जिसको कोई दिक़्क़त है वो चंडीगढ़ आकर मिले।
    शिक्षा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में अभी तक कोई सुधार ना करना।
    अभी तक पंजाब सरकार क़ानून व्यवस्था को ठीक करने में पूरी तरह असफ़ल रही है।
    ऐसे बहुत से कारण हैं जिनकी वजह से आम आदमी पार्टी बहुत कुछ ख़ास करने के चक्कर में कुछ आम भी नहीं कर पा रही।

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