स्वतंत्र प्रभात- दिल्ली पटेल नगर
वरिष्ठ संवाददाता दिनेश भारद्वाज की रिपोर्ट
दिल्ली सरकार के शिक्षा मंत्रालय की तरफ से बच्चों के एकस्ट्रा क्लास चलाने का सायद निर्देश हुआ है जिसके बाद स्कूल के प्रधानाध्यापकों द्वारा बच्चों के माध्यम से अभिवावको को धमकी भरा सख्त लहजों में संदेश दिया जा रहा है कि अगर बच्चों ने एकस्ट्रा क्लास नही अटेंड किया तो उन बच्चों के नाम स्कूल से काट काट दिए जायेंगे जबकि अभिवावक के लिए यह फरमान अब मुसीबत बन गई है।
क्योंकि शादी ब्याह का सीजन होने के कारण तमाम अभिवावकों को रिश्तेदारी या घरों में पड़ने वाली शादी ब्याह पहुंचना अतिआवश्यक भी है जिसके लिए अभिवावक चार महीने पहले से ही रेलवे में बुकिंग करके रखे हुए है। आज से कुछ दिन स्कूल प्रशासन द्वारा एक फॉर्म भी दिया गया था जिसमे साफ साफ लिखा था की बच्चों को स्कूल भेजने की पूरी जिम्मेदारी अभिवावक की होगी जिसको बहुत से अभिवावक हस्ताक्षर करके विद्यालय को नही दिए थे।
आपको बता दूं कि दिल्ली सरकार द्वारा शिक्षा से जिस प्रकार का खिलवाड़ कर रही है ऐसा मजाक किसी भी सरकार द्वारा नही किया गया। विगत कई वित्तीय बजट में दिल्ली सरकार ने शिक्षा का बजट को जिस तरह से बढ़ाया उससे एक उम्मीद जगी थी लेकिन बच्चों के परीक्षा परिणाम का स्तर जिस तरह से गिरता जा रहा है उससे यह आभास हो रहा है कि दिल्ली सरकार अब बच्चों को डिप्रेशन में डालकर उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का पूरा मन बना चुकी है।
दिल्लीसरकार के इस निर्णय का टीम फाटक संघर्ष समिति निंदा करती है और सरकार से आशा करती है कि वह बच्चे बच्चियों के मनोबल को बढ़ाए रखने के लिए बच्चों को पढ़ाई के दबाव में नही डालेगी और बच्चो को मानसिक रूप से मजबूत और सबल बनाने हेतु किसी प्रकार का दबाव नही डालेगी।