बाराबंकी
गरीब जनता को जीविका चलाने के लिए सरकार द्वारा मनरेगा के माध्यम से प्रत्येक गरीब मजदूर को कार्य दिया जाता है जिससे कोई भी श्रमिक बाहर कमाई के परिपथ से ना जा सके और यहीं पर कार्य करके अपना परिवार चला सके लेकिन यह योजना भ्रष्ट ग्राम प्रधानों के लिए कामधेनु साबित हो रही है
जहां पर कथनी और करनी में साफ स्पष्ट नजर आता हैपूरा मामला बाराबंकी जनपद के हैदरगढ़ तहसील के अंतर्गत आने वाले विकासखंड त्रिवेदीगंज के ग्राम पंचायत रबड़हिया के करतार सिंह सराभा अमृत सरोवर का है जहां तालाब में पिछले दिनों कराए गए कार्यों में लगभग 1700000 रुपए का कार्य कराया गया वह कार्य सिर्फ कागजों पर ही कराया गया इस तालाब में अगर देखा जाए तो कार्य सही नहीं कराया गया जिस पर आज भी 5 मजदूरों से कार्य कराया जा रहा है तो वही इसी पंचायत के शहीद भगत सिंह अमृत सरोवर बेडौरा मैं कार्य लगातार जारी हैं
जिसमें आज 14 मनरेगा मजदूरों से कार्य कराया जा रहा है तो मनरेगा मजदूरों से जब जानकारी ली गई तो मौके पर नाही महिला मेट थी और ना ही मनरेगा मजदूरों को पानी पिलाने का कोई उचित प्रबंध किया गया था यही नहीं बल्कि नाबालिग से कार्य कराया जा रहा है पूर्ण जानकारी के लिए जब तकनीकी सहायक लक्ष्मीकांत त्रिपाठी से बात की गई तो उन्होंने कहां की जो कुछ भी आपको प्रकाशित करना है प्रकाशित कर सकते हो देखा जाए
तो लगातार खबरें प्रकाशित करने के बाद भी बाल श्रम को बढ़ावा देना बिल्कुल कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है जहां पर दिन प्रतिदिन सरकारी कर्मचारियों की आदेश पर तालाबों में नाबालिक बच्चों को कार्य के लिए लगाया जाता है और जानकारी करने पर संबंधित जिम्मेदार अधिकारी कोई भी जवाब देने को तैयार नहीं है