स्वतंत्र प्रभात
मिल्कीपुर, अयोध्या।राजधानी लखनऊ में अंतरराष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान, फिलीपींस (इरी) और आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय एवं चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, कानपुर के बीच उत्तर प्रदेश में उन्नत और मौसम आधारित धान की किस्में तथा पोषकता से भरपूर चावल की खेती को विकसित करने के उद्देश्य से एमओयू हुआ।दोनों कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ बिजेंद्र सिंह व अंतरराष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान के महानिदेशक डॉ. जॉन बैली ने एमओयू पर हस्ताक्षर किया।
कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ बिजेंद्र सिंह ने कहा कि इस समझौते से विश्वविद्यालयों को कृषि शिक्षा एवं एवं शोध में वृहद स्तर पर सहायता मिलेगी। उन्होंने कहा कि समझौता ज्ञापन जर्मप्लाज्म का संरक्षण, सुधार, फसल और प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन, डिजिटल टूल्स में सहयोग बढ़ाने, छात्रों का क्षमता निर्माण और ज्ञान का आदान प्रदान करने के साथ-साथ बाजार आधारित आर्थिक अनुसंधान से संबंधित है।
डॉ विजेंद्र ने कहा कि उत्तर प्रदेश के लिए यह एक ऐतिहासिक क्षण है। 75 वर्षों के इतिहास में यह पहला अवसर है जब किसी अंतरराष्ट्रीय संस्थान के साथ कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान के लिए किसी एमओयू पर हस्ताक्षर किया गय।
एमओयू के मौके पर कृषि, कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान मंत्री सूर्य प्रताप शाही, चावल अनुसंधान संस्थान के उप महानिदेशक डॉ अजय कोहली, अपर मुख्य सचिव, कृषि डॉ. देवेश चतुर्वेदी, अंतरराष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान वाराणसी के निदेशक डॉ सुधांशु सिंह, निदेशक प्रसार डॉ. ए.पी राव, कुलपति के सचिव डॉ जसवंत सिंह व उपनिदेशक शोध डॉ. शंभू प्रसाद मौके पर मौजूद रहे।