स्वतंत्र प्रभात
उन्नाव स्वास्थ विभाग की एक और बड़ी लापरवाही सामने आयी जहां सीएमओ कार्यालय से मात्र एक किलोमीटर दूर एक नर्सिंग होम जो बिना पंजीकरण के अवैध रुप से संचालन किया जा रहा था और स्वास्थ विभाग को कानो कान खबर तक नही! बता दें कि शहर के मोहल्ला इंद्रानगर में संचालित निजी अस्पताल में एसीएमओ ने निरीक्षण किया। पंजीकरण न होने के बाद भी मरीज भर्ती मिले। मरीजों को जिला अस्पताल भेजा गया। अस्पताल का पंजीकरण न होने तक संचालन न करने के निर्देश दिए गए। सीएमओ कार्यालय से करीब एक किलोमीटर दूर इंद्रानगर मोहल्ले में करीब पंद्रह दिन पहले मेडिसिटी हॉस्पिटल संचालित हुआ था। इसमें कानपुर के मिशिका सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के माध्यम से बिना पंजीकरण चलाया जा रहा था। यही नहीं लगातार मरीजों को भर्ती कर ऑपरेशन भी हो रहे थे। नौ अप्रैल को अस्पताल में एक स्वास्थ्य शिविर भी लगाया गया था। सबसे हैरानी की बात है कि सीएमओ डॉ. सत्य प्रकाश की नाक के नीचे यह सब हो रहा था, लेकिन वह अंजान बने थे। शिविर लगने के बाद मामला चर्चा में आया जिसके बाद हरकत मे आया स्वास्थ विभाग सोमवार को एसीएमओ डॉ. ललित कुमार जांच करने पहुंचे। उन्होंने अस्पताल का पंजीकरण दिखाने को कहा तो संचालक बगले झांकने लगे। यही नहीं अस्पताल में करीब पांच मरीज भी भर्ती मिले। जिन्हें जिला अस्पताल में शिफ्ट कराकर तत्काल बंद करने के निर्देश दिए गए। नोटिस जारी की गई कि बिना पंजीकरण संचालन मिला तो रिपोर्ट दर्ज कराई जाएगी।
बंद करने का नोटिस जारी किया
सीएमओ डॉ. ललित कुमार ने बताया कि जांच में बिना पंजीकरण अस्पताल का संचालन मिला है। बंद कराने का नोटिस दिया गया है। बिना पंजीकरण दोबारा संचालित मिलने पर रिपोर्ट दर्ज कराने को कहा है।