मोटी रकम लेकर बेच दी गई गांव की परती दूसरी ग्राम पंचायत के खरीदने वाले व्यक्तियों को मिल रहा क्षेत्रीय लेखपाल और राजस्व निरीक्षक का संपूर्ण संरक्षण

स्वतंत्र प्रभात- 
 
गरीब जनता ने अपने अमूल्य वोट देकर गांव का एक प्रतिनिधि चुना जिससे गरीब जनमानस और गांव समाज की सुरक्षा हो सके लेकिन उस जनप्रतिनिधि ने क्या किया कि गरीबों को दिया जाने वाला हक दूसरी ग्राम पंचायत के लोगों के हाथ मोटी रकम लेकर बेच दिया यही नहीं इसकी पहले भी शिकायत हुई लेकिन कार्रवाई के नाम पर क्षेत्रीय लेखपाल और राजस्व निरीक्षक द्वारा सिर्फ लीपापोती कर दूसरी ग्राम पंचायत से भूमि खरीदने वालों को संरक्षण दिया गया पूरा मामला बाराबंकी जनपद के नवाबगंज तहसील के अंतर्गत आने वाले राजस्व गांव मचौची का बताया जा रहा है। 
 
जहां पर ग्राम प्रधान ने अपनी ही ग्राम पंचायत की बेशकीमती सरकारी भूमि जो परती के खाते में दर्ज है इसे जैदपुर निवासी कुछ लोगों के हाथ बेच दिया जबकि इस परती की भूमिका लाभ गांव गरीब की जनता को मिलना था जिसकी शिकायत गांव के एक व्यक्ति द्वारा पहले भी की जा चुकी है और कार्रवाई के स्थान पर सिर्फ वसूली की गई देखाजाए तो इस भूमि की बिक्री करने में क्षेत्रीय लेखपाल और राजस्व निरीक्षक की बड़ी ही अहम भूमिका रही जहां भाजपा सरकार एक तरफ अवैध कब्जा धारियों से सरकारी भूमि को कब्जा मुक्त करवा रही है तो वहीं उन्ही की सरकार के कुछ भ्रष्ट अधिकारी और कर्मचारी सरकारी भूमि को अवैध कब्जा युक्त करवा रहे हैं।  
 
एक व्यक्ति ने सूत्रों द्वारा बताया गया कि क्षेत्रीय लेखपाल और कानूनगो ने ही यह भूमि बेचा है जिसकी बराबर लगातार शिकायत की जा रही है न्यू भरने से पहले ही शिकायत की गई थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई और आज उसी भूमि पर भवन का निर्माण किया जा रहा है जिस भूमि पर निर्माण किया जा रहा है भूमि ग्राम पंचायत मचौची की है और जो व्यक्ति निर्माण कर रहे है वह सभी जैदपुर निवासी हैं बॉर्डर का मामला होने के कारण इस जमीन की बड़े पैमाने पर खरीद-फरोख्त की गई है अब देखने वाली बात यह है कि राजस्व विभाग और शासन प्रशासन अवैध कब्जा की गई इस भूमि से कब्जे को हटवाता है या फिर यूही निर्माण कार जारी रहेगा। 

About The Author: Swatantra Prabhat UP