स्वयं सहायता समूह में भ्रष्टाचार का मामला गरमाया,मुख्यमंत्री से हुई शिकायत

स्वतंत्र प्रभात 

मिल्कीपुर, अयोध्या।मिल्कीपुर ब्लाक क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत गोकुला के जय हनुमान स्वयं सहायता समूह में ब्लॉक कर्मियों द्वारा अनावश्यक हस्तक्षेप करते हुए दखल दिए जाने का मामला प्रदेश के मुख्यमंत्री के दरबार जा पहुंचा है समूह की अध्यक्ष महिला ने मामले की शिकायत मुख्यमंत्री से करते हुए कार्रवाई की गुहार की है। बता दें कि गोकुला ग्राम पंचायत में जय हनुमान स्वयं सहायता समूह के नाम से एक समूह संचालित है। समूह की अध्यक्ष माधुरी पत्नी त्रिलोकीनाथ के ऊपर गबन का आरोप लगा था। जिसमें ब्लॉक, जिला व प्रदेश के संबंधित अधिकारियों ने गांव पहुंच समूह की बैठक करा कर गबन के आरोप में अध्यक्ष पद से माधुरी को हटा दिया था।

समूह की सदस्य महिला आरती पत्नी पवन कुमार को समूह के सदस्यों के सर्वसम्मति से बीते 21 अप्रैल 2022 को अध्यक्ष नामित करते हुए गबन के मामले में संलिप्त माधुरी को समूह का सदस्य बना दिया था। समूह की अध्यक्ष आरती द्वारा प्रत्येक सप्ताह समूह की खुली बैठक पांच बार आयोजित की गई, लेकिन समूह के सदस्य व पूर्व अध्यक्ष माधुरी पत्नी त्रिलोकीनाथ किसी भी बैठक में सम्मिलित नहीं हुई थी। अध्यक्ष आरती ने समूह के अन्य सदस्यों के साथ बैठक कर माधुरी की सदस्यता खत्म कर दिया था।

इससे खार खाए समूह से हटाई गई सदस्य माधुरी ने सहायक विकास अधिकारी गौतम वर्मा व तत्कालीन खंड विकास अधिकारी मनीष कुमार मौर्या से सांठगांठ कर समूह के बैंक खाते की लेन-देन पर रोक लगवा दिया है। जिसके परिणाम स्वरूप एक वर्ष से स्वयंं सहायता समूह केे सदस्यों को कोई लाभ नहीं हुआ। जब समूह के सदस्य व अध्यक्ष महिला आरती द्वारा बैंक में खाता खुलवाने की बात सहायक विकास अधिकारी गौतम वर्मा से की जाती रही तो वे सुविधा शुल्क एडवांस मांगते हुए समूह से निष्कासित सदस्य माधुरी को पुनः जोड़ने की शर्त पर खाता खुलवाने की बात कहते रहे।

बीते 11 अप्रैल 2023 को खंड विकास अधिकारी मिल्कीपुर, सहायक विकास अधिकारी गौतम वर्मा तथा ब्लॉक के अन्य 3 अधिकारी/ कर्मचारी गांव पहुंच गए व आनन-फानन में लोगों को एकत्र करवा कर एक बैठक करा डाली जिसमें समूह सखी कविता सिंह पर बीडीओ व गौतम वर्मा हस्ताक्षर करने का दबाव बनाने लगे। जब उन्होंने हस्ताक्षर करने से मना किया तो पद से हटा देने की धमकी भी दी।

समूह के अन्य सदस्यों से जबरिया हस्ताक्षर कराने के बाद समूह के अभिलेख भी अपने साथ लेकर चले गए। कार्यवाही रजिस्टर पर जो उक्त अधिकारियों द्वारा लिखा गया, उसके बारे में भी कुछ नहीं बताया गया है। इस संबंध में खंड विकास अधिकारी मिल्कीपुर मोनिका पाठक से वार्ता की गई तो उन्होंने व्यस्त होने की बात कहते हुए बाद में बात करती हूं की बात कह कर फोन कॉल काट दिया।

About The Author: Swatantra Prabhat UP