गोशाला संचालन से प्रधान का इन्कार, तब दौड़ी भुगतान की फाइल

स्वतंत्र प्रभात 
 
पीलीभीत बिलसंडा। तीन माह का बकाया भुगतान देने को अधिकारियों के राजी होने के बाद भी प्रधान ने गोशाला का संचालन करने से हाथ खड़े कर दिए हैं। इधर अधिकारियों ने शुक्रवार को 5.16 लाख रुपये के भुगतान के कागजात तैयार करा दिए। बावजूद इसके प्रधान गोशाला संचालन को राजी नहीं हुईं।
 
गांव करेली की प्रधान नीलम देवी ने जिलाधिकारी को दिए शिकायती पत्र में बताया था कि वह गोशाला का संचालन करती हैं। जिसमें करीब 21 माह से उनको नुकसान हो रहा है। गोशाला चलाने में असमर्थ हैं, जिम्मेदारी किसी एनजीओ को दे दी जाए। उन्होंने आरोप लगाए कि सरकार द्वारा जो गोवंश के लिए भुगतान किया जाता है उसके लिए भी ब्लॉक के कई चक्कर लगाने पड़ते हैं। तीन माह से उनका कोई भुगतान नहीं किया गया है।
 
प्रधान की इस पीड़ा को अमर उजाला ने शुक्रवार के अंक में प्रमुखता से उठाया था। इसके बाद अधिकारी हरकत में आ गए। शुक्रवार सुबह ही ब्लॉक कार्यालय से करेली गोशाला का नवंबर से जनवरी माह तक का 5.16 लाख रुपये के भुगतान के कागज तैयार कर दिए गए। इसे जिला मुख्यालय भेजा जाएगा।
 
इस बारे में जब प्रधान नीलम देवी से बात की गई तो उन्होंने साफ कह दिया कि भले ही पिछला भुगतान मिल जाए लेकिन अब वह आगे गोशाला का संचालन नहीं कर पाएंगी। अधिकारी किसी एनजीओ अथवा किसी अन्य एजेंसी से गोशाला का संचालन करवा सकते है।
 
प्रधान से डिमांड मांगी गई थी। गोशाला का बजट बनाकर भेजा जा रहा है। प्रधान को क्या समस्या आ रही है। इस बारे में बातचीत की जाएगी।

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