स्वतंत्र प्रभात
कुशीनगर। देश के राष्ट्र पिता महात्मा गांधी की सोच गरीब बेरोजगार मजदूरो के प्रति आत्मीय लगाव रहा तभी तो महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) भारत में लागू एक रोजगार गारंटी योजना जिसे 7 सितंबर 2005 को विधान द्वारा अधिनियमित किया गया।
इस योजना का उद्देश्य ग्रामीण परिवार के उन वयस्क महिला पुरुष सदस्यों को 100 दिन का रोजगार उपलब्ध कराती है, लेकिन यह योजना पूजीपतियों के हाथ की कठपुतली बनकर रह गई हैं, काम जेसीबी मशीन से नाम मनरेगा वेबसाइट पर फर्जी फोटो अपलोड कर भुगतान करने का खेल जारी हैं।
भाजपा सरकार में भाजपा के पदाधिकारी ही मैदान में कूद गए आखिर क्यों..? भाजपा मंडल अध्यक्ष विशुनपुरा राधेश्याम गुप्ता ने जिलाधिकारी को लिखे पत्र में बताया कि कुशीनगर जनपद के विकासखंड विशुनपुरा के बलकुड़िया से गाय
घाट रजवाहा पिजावा स्थान करीब 9 किमी तक जेसीबी मशीन से मनमानी सिल्ट सफाई का कार्य कराया गया है। इस प्रकार जनपद के प्रत्येक नहरों की जेसीबी द्वारा ही
जिनकी दयनीय स्थिति है, अगर यह सफाई का कार्य मनरेगा मजदूर से करवाया जाता तो काफी मजदूरों को काम मिलाता जिससे मजदूर खुशहाल होते लेकिन पूंजीपति के हाथ चल रही सरकार ठिकेदार मजदूरों के पेट पर
लात मारकर जेसीबी मशीन से नहरों की सिल्ट सफाई कराई जा रही हैं। भाजपा मंडल अध्यक्ष राधेश्याम गुप्ता ने जिलाधिकारी से तत्काल जांच कराकर जेसीबी द्वारा काम को रोकवाने और मनरेगा मजदूरों को काम दिलाने की मांग किया हैं।