डीआईजी ने अपराध समीक्षा बैठक कर मातहतों दिया आवश्यक दिशा निर्देश 

डीआईजी ने अवैध खनन, अवैध शराब बिक्री पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाने का दिया निर्देश

पुलिस उपमहानिरीक्षक गोरखपुर परिक्षेत्र गोरखपुर जे0 रविंदर गौड, पुलिस अधीक्षक धवल जायसवाल की उपस्थिति में पुलिस लाइन्स सभागार आयोजित हुई समीक्षा गोष्ठी

कुशीनगर।पुलिस उपमहानिरीक्षक गोरखपुर परिक्षेत्र गोरखपुर जे0 रविंदर गौड द्वारा पुलिस अधीक्षक धवल जायसवाल की उपस्थिति में पुलिस लाइन्स सभागार में जनपद के समस्त क्षेत्राधिकारी एवं थाना प्रभारियों के साथ कानून व्यवस्था एवं अपराध की समीक्षा गोष्ठी की गई।गोष्ठी में समस्त क्षेत्राधिकारियों,थाना प्रभारियों से उनके थाना क्षेत्र की स्थिति, अपराध की प्रवृत्ति, क्षेत्र में आने वाली चुनौतियों आदि के संबंध में जानकारी प्राप्त की गई।
 
जनपद की सीमा बिहार बॉर्डर से सटे होने के कारण उत्पन्न होने वाली समस्याओं जैसे अवैध शराब और मादक पदार्थों की तस्करी, मानव तस्करी आदि की रोकथाम हेतु संबंधित को आवश्यक निर्देश दिए। डीआईजी द्वारा समस्त थाना प्रभारियों को क्षेत्र में कानून व्यवस्था को बनाए रखने हेतु एवं पुलिस का व्यवहार जनता के प्रति अच्छा रखने के निर्देश दिए गए। साथ ही शाम को पुलिस बल द्वारा स्थान बदल-बदल कर फुट पेट्रोलिंग करने तथा वाहनों की जांच करने का निर्देश भी दिया। 
उन्होंने अवैध खनन और अवैध शराब की बिक्री पर पूर्ण रूप से रोक लगाने का निर्देश दिया। जुआ, मिलावटी शराब, और अन्य विषयों पर सख्त कार्रवाई करने के साथ ही पेंडिंग पड़े कार्यों/विवेचनाओं को जल्द निस्तारित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कार्रवाई सभी पर की जाए गुंडों को किसी भी तरह से बख्शा नहीं जाए, क्षेत्र में होने वाली गतिविधियों पर नजर रखी जाए जो माननीय मुख्यमंत्री द्वारा निर्देश आए हैं उनका पूरी तरह से पालन किया जाए। साथ ही शाम को पुलिस बल द्वारा स्थान बदल-बदल कर फुट पेट्रोलिंग करने तथा वाहनों की जांच करने के निर्देश भी दिए गए। उक्त गोष्ठी में अपर पुलिस अधीक्षक सहित जनपद के समस्त क्षेत्राधिकारी एवं थाना प्रभारी उपस्थित रहे। इसके अतिरिक्त जनपद के समस्त बीपीओ के साथ गोष्ठी कर आवश्यक दिशा निर्देश दिये हैं।इस दौरान अपर पुलिस अधीक्षक रितेश कुमार सिंह, समस्त क्षेत्राधिकारी, समस्त प्रभारी निरीक्षक,प्रतिसार निरीक्षक,समस्त शाखा प्रभारी, पी0आर0ओ एवं अन्य अधिकारी,कर्मचारीगण मौजूद रहें।

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