शौचालयों के निर्माण में भारी घालमेल

मानकविहीन बनाये जा रहे दिव्यांग शौचालय

सकरन विकास खण्ड की पटनी ग्राम पंचायत का मामला

स्वतंत्र प्रभात 
 
 
 
बिसवां। (सीतापुर) दिव्यांग बच्चों की आवश्यकताओं और सुविधाओं को ध्यान रखकर सरकार द्वारा विद्यालयों में बनवाये जा रहे दिव्यांग शौचालयों में जिम्मेदारों की मिली भगत से भारी घालमेल किया जा रहा है।
 
 
शौचालयों को मानक विहीन बनाया जा रहा है। पक्के ईंटों की जगह पीला व दोमा ईंट का प्रयोग हो रहा है और प्रयुक्त सीमेंट मौरंग मसाला तो राम के भरोसे है। इसी प्रकार का एक मामला सकरन विकास खण्ड अन्तर्गत पटनी ग्राम सभा में देखने को मिला
 
 
जहां पटनी व त्रिलोकपुर गांवों के प्राथमिक विद्यालयों में ग्राम पंचायत द्वारा बनवाये जा रहे दिव्यांग शौचालयों में पीला ईंटों का प्रयोग हो रहा है। निर्माण में प्रयुक्त सीमेंट बालू मौरंग मसाला भी मानक विहीन लगाकर खानापूर्ति की जा रही है।
 
 
इन शौचालयों को बनवाने में लगे कर्मचारियों द्वारा खुलेआम बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है साथ ही सरकारी धन का भी दुरुपयोग हो रहा है। इस सम्बन्ध में ग्राम पंचायत अधिकारी विकास तिवारी से जब जानकारी ली गयी तो
 
 
उन्होंने बताया कि मैं पारिवारिक कार्यों से अवकाश पर था आज ही आया हूं मुझे जानकारी नहीं है। शौचालय ग्राम प्रधान बनवा रहे हैं।मैं वापसी में जाकर देखता हूं जैसी अपडेट होगी आपको बताऊंगा। इस बारे ‌में खण्ड विकास अधिकारी सकरन राम लगन वर्मा ने
 
 
कहा कि मैं अभी हाईकोर्ट आया हूं।अगर पीला ईंटा से दिव्यांग शौचालय बनाया जा रहा है तो गलत है। मैं अभी फोन से ग्राम पंचायत अधिकारी को उसे हटवाने की बात कहता हूं अगर वह ऐसा नहीं करते तो कार्यवाही की  जायेगी और काम को रुकवा दिया जायेगा।
 
 
 

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