चीन ने हथियारों के वैश्विक व्यापार में दबदबा बनाने के लिए किया हवाई शो का प्रदर्शन 

स्वतंत्र प्रभात 

चीन दुनिया को अपनी ताकत दिखाकर दबदबा बनाने की कोशिश में लगा हुआ है। इसीलिए चीन ने अपने कई लड़ाकू विमानों को आसमान में उतार कर शक्ति का प्रदर्शन किया है। हथियारों के वैश्विक व्यापार में बड़ी भूमिका निभाने, ‘बोइंग' और ‘एअरबस' के साथ प्रतिस्पर्धा करने के मकसद से चीन मंगलवार से शुरू हुए हवाई शो में नवीनतम पीढ़ी के लड़ाकू जेट और विमान प्रदर्शित कर रहा है। वर्तमान में चीन दुनिया का चौथा सबसे बड़ा हथियार निर्यातक है और एक विस्तारित घरेलू उद्योग द्वारा इसे रूस पर अपनी पूर्व निर्भरता कम करने का अवसर प्राप्त हुआ है।

अलग-अलग देशों से समर्थन मिलने के कारण चीन अब ड्रोन, युद्धक विमानों और मिसाइल रक्षा प्रणालियों के साथ-साथ इसके प्रमुख, शीत युद्ध-युग के ज़मीनी हथियार और गोला-बारूद बेचने के लिए प्रतिस्पर्धा कर रहा है। मंगलवार से शुरू हुए इस प्रदर्शन में सैन्य विमानों में जे-20 स्टील्थ फाइटर और यू -20 हवाई टैंकर शामिल हैं।

स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट के अनुसार, 2017 और 2021 के बीच, चीन का कुल वैश्विक हथियारों के निर्यात में 4.6 प्रतिशत हिस्सा था, जो अमेरिका, रूस और फ्रांस से चौथे स्थान पर था। चीन से हथियारों के निर्यात का बड़ा हिस्सा पाकिस्तान को जाता था, जो लंबे समय से सहयोगी रहा है। 

 

About The Author: Abhishek Desk