चीन में सख्त कोविड लॉकडाउन कि वजह से IPhone फैक्ट्री से भाग रहे चीनी कर्मचारी

स्वतंत्र प्रभात 

बीजिंग: चीन में कोरोना महामारी ने एक बार पैर पसार लिए हैं । कई प्रांतों में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं  जिस कारण सरकार खौफ में है। लॉकडाउन कारण लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।  चीन ने कोविड के प्रकोप को देखते हुए झेंग्झौ में दुनिया के सबसे बड़े iPhone प्लांट में सख्त कोविड प्रतिबंध लगाने की घोषणा कर दी है। कड़े नियमों से तंग आ चुके आइफोन प्लांट के कर्मचारी नौकरी छोड़ कर भाग रहे हैं। 

चीनी सोशल मीडिया पर शेयर किए गए वीडियो में लोगों को फॉक्सकॉन के स्वामित्व वाले संयंत्र से बाहर भागते हुए देखा जा सकता है। बताया जा रहा है कि कोरोना के मामले बढ़ने के कारण फॉक्सकॉन में काम करने वाले सभी कर्मचारियों को क्वारंटाइन किया जाएगा।  बता दें कि झेंग्झौ फॉक्सकॉन लगभग 300,000 कर्मचारियों को काम पर रखता है और दुनिया के आधे से ज्यादा आइफोन इसी कारखाने में तैयार होते है। कोविड लॉकडाउन और भोजन की कमी के कारण हेनान प्रांत के कई प्रवासी मजदूर पैदल ही घर भाग रहे हैं।

बता दें कि चीन में लॉकडाउन के कारण सार्वजनिक परिवहन उपलब्ध नहीं है। शनिवार को चीनी सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल हो रहे है जिसमें देखा जा सकता है कि फॉक्सकॉन के मजदूर अपने घर लौट रहे हैं। फॉक्सकॉन मजदूरों के लिए सड़कों पर खाने की व्यवस्था भी की जा रही है। हेनान प्रांत की राजधानी झेंग्झौ में पिछले सात दिनों की अवधि में 97 कोरोना के मामले आ गए है।

लगभग 10 मिलियन लोगों के शहर को आंशिक रूप से बंद कर दिया गया है। जीरो कोविड पॉलिसी के तहत चीन सख्त लॉकडाउन जारी रखेगा। फॉक्सकॉन, जो यूएस-आधारित एप्पल के सप्लायर के रूप में कार्य करता है, के झेंग्झौ परिसर में हजारों कर्मचारी काम करते हैं। चीन की सख्त शून्य-कोविड नीति के तहत, शहरों को कोरोना मुक्त करने के लिए कई उपाय किए जा रहे है। इसमें लॉकडाउन के साथ-साथ लोगों के बाहर निकलने और यात्रा करने पर भी पूरी तरह से रोक है।

 

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