स्वतंत्र प्रभात। दया शंकर त्रिपाठी।
प्रयागराज।
भविष्य की कृषि के लिए इफको नैनो यूरिया तरल अनिवार्य जरूरत है। भारतीय किसान नई तकनीक से खेती करके गुणवत्तापूर्ण उत्पादन प्राप्त करके देश के विकास में महत्वपूर्ण सहयोग कर सकता है ।आज जब विश्व खाद्यान्न संकट से जूझ रहा है उस समय भारत के किसान अन्नदाता के रूप में बहुत ही महत्त्व पूर्ण भूमिका निभा रहे हैं । उक्त बातें कारडेट इफको फूलपुर के प्रधानाचार्य राजेंद्र यादव ने एक दिवसीय कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम के अवसर पर कहीं।
कारडेट मृदा परीक्षण प्रयोगशाला के प्रभारी डॉ हरीश चंद ने खरीफ की फसलों में कटाई मड़ाई तथा रबी फसलों की तैयारी के विषय में जानकारी दी। कारडेट के मुकेश तिवारी ने समस्त प्रतिभागी कृषकों को कारडेट प्रक्षेत्र पर धान की फसलों पर लगाए गए विभिन्न प्रदर्शनों को दिखाया। कार्यक्रम का संचालन कारडेट के नंद जी जयसवाल ने किया ।कार्यक्रम के अंत में कृषकों को सरसों बीज वितरण किया गया । कार्यक्रम में कारडेट अंगीकृत ग्राम रुदापुर, देवनहरी, परासिनपुर, भुलाई का पुरा , हरभानपुर व मिर्जापुर के कृषकों ने प्रतिभाग किया।