प्रमोद रौनियार, प्रमुख
कुशीनगर, उत्तर प्रदेश।
जिले के पडरौना वन क्षेत्र में जटहां बाजार थाना क्षेत्र के ग्राम सभा डुमरी सहोदर पट्टी के पूर्वा पर्वत छपरा सहित माघी कोठिलवा एकवनही पकहा हिरनही आदि क्षेत्रों में वन विभाग के अधिकारियों के मिल रही आशीर्वाद से वन माफियाओं की बाढ़ आ गई है। हरे वन वृक्षों की कटान से वन्य जीव जंतुओं के जीवन संरक्षण के साथ पर्यावरण संरक्षण का मजाक उड़ाया जा रहा है।
जैसे जिस तरह प्रतिबंधित फलदार और कीमती पेड़ो पर वन टांगियाओ और माफियाओं द्वारा टांगी आरा चलाया जा रहा हैं, इससे पर्यावरण के प्रति खतरा बढ़ रहा है वही वन्य जीव जंतुओं के संरक्षण के साथ और प्रकृति वन पर्यावरण की जिम्मा उठाए वन विभाग पैसे के लिए पर्यावरण संरक्षण के साथ खिलवाड़ कर रहा है।
गाहे बगाहे नही आए दिन हर रोज जटहां बाजार थाना क्षेत्र के विभिन्न गांवों के बगीचों में प्रतिबंधित पेड़ काटकर इलाका की हरियाली उजड़ी जा रही है। ऐसा नहीं है कि वन विभाग नहीं जानता है फिर भी लोग फोन कर सूचित करते हैं लेकिन विभाग का बयान अजीबोगरीब आता है की परमिट से पेड़ काटी जा रही है। जैसे 11 अक्टूबर को जटहां थाना क्षेत्र के डुमरी सहोदर पट्टी में एक बगीचे से दर्जनों सागौन की कीमती पेड़ो को काटकर वन माफिया उठा ले गए। बताया जा रहा है कि जटहां थाना क्षेत्र व कोतवाली पडरौना क्षेत्र के एक दर्जन वन माफिया इस जटहां क्षेत्र में अंगद की तरह पांव पसार चुके हैं और वनों की सफाया करने में जुटे हुए हैं।