चुनाव के समय प्रत्याशियों व जनप्रतिनिधियों की बातों में कई बार बना पुल

चुनाव के समय प्रत्याशियों व जनप्रतिनिधियों की बातों में कई बार बना पुल

 

पुल की सौगात देने वाले प्रत्याशी को ग्रामीण करेंगे वोट नही तो दबायेंगे नोटा की बटन

रिपोर्टर: प्रमोद कुमार वर्मा


स्वतंत्र प्रभात
भीटी अंबेडकर नगर। विकास के मामले में अगर देखा जाए तो जनपद सहित कटेहरी विधानसभा का विकास भी केवल कुछ सरकारों के शासनकाल में ही हुआ है। उसके बाद की आई सरकारों में जनपद सहित कटेहरी की जनता विकास के लिए तरसते रहे। कटेहरी विधानसभा की ग्राम पंचायत अशाजीतपुर अहिरान में स्थित बड़ेरिया गांव में गांव के दक्षिणी छोर पर विसुही नदी बहती है। जिस पर पुल बनाने के लिए आसपास के दर्जनों गांव के ग्रामीणों द्वारा लगातार जनप्रतिनिधियों और उच्चाधिकारियों से मांग की जाती रही, परंतु अभी तक उक्त गांव के पास महत्वपूर्ण मार्ग पर पुल का निर्माण नहीं हो पाया।

चुनाव आने पर प्रत्याशियो जनप्रतिनिधियों द्वारा झूठे वादे कर वोट लेते रहे और जनता उनको वोट देती रही लेकिन जीतने के बाद उन्होंने क्षेत्र की सुध लेना जरूरी नहीं समझा और ना ही चुनाव जीतने के बाद गांव में कभी दिखाई पड़े। समाजवादी सरकार में गांव के प्रधान रहे ज्ञानदास ने तत्कालीन मंत्री शंखलाल मांझी से पुल निर्माण की मांग किया था। लेकिन ग्रामीणों को सिर्फ आश्वासन ही हाथ आया। पिछले कई वर्षों से चुनाव के समय प्रत्याशियों व जनप्रतिनिधियों की बातों में कई बार पुल बनकर तैयार हो गया। लेकिन कभी जमीन पर पुल का निर्माण नहीं हो सका। पूर्व प्रधान ज्ञान दास के द्वारा सेतु निर्माण निगम लिमिटेड में भी कई बार शिकायत की गई और मांग की गई। लेकिन नतीजा शून्य रहा।

समाजवादी सरकार के बाद आने वाली भाजपा सरकार में कटेहरी विधानसभा से प्रत्याशी रहे अवधेश द्विवेदी कुछ हजार वोटों से बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी लालजी वर्मा से चुनाव हार गए। सरकार भाजपा की बनी लेकिन इस सरकार में भी कटेहरी का नाम मात्र विकास ही हुआ।अब देखना यह है कि आगामी विधानसभा चुनाव में चुनाव लड़ रहे प्रत्याशी बडेरिया गांव के निवासियों और क्षेत्र के लोगों से उक्त पुल के निर्माण के लिए क्या वादा करते हैं। क्या पूर्व की तरह चुनावी वादा ही रहेगा या फिर जमीनी स्तर पर भी पुल का निर्माण होगा।  आपको बताते चलें कि महरुआ से फैजाबाद जाने वाले लोग इसी मार्ग का बाईपास के रूप में उपयोग करते हैं और यह मार्ग सरल सुगम है।अभी  बड़ेरिया गांव के पास विसुही नदी पर पुल ना होने से सैकड़ों गांव के लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। गन्ने की पेराई के समय में 50 से अधिक गांव के लोग चीनी मिल पर गन्ना आपूर्ति के लिए काफी दूरी तय करके चीनी मिल तक पहुंचते हैं।अगर पुल का निर्माण हो जाए तो किसानों,छात्रों,राहगीरों को काफी फायदा पहुंचेगा।सैकड़ों ग्रामीणों के साथ पूर्व ग्राम प्रधान बड़ेरिया ज्ञानदास ने बताया कि इस बार जो हमें ग्राम पंचायत में पुल की सौगात भेंट करेगा। हम ग्रामवासी उसी को अपना अमूल्य वोट देंगे नहीं तो हम सभी गांव के लोग नोटा की बटन दबाएंगे।

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