कोरोना के इस महामारी के दौर मे आप और आप के परिवार का स्वस्थ सबसे बड़ा और अनमोल सम्पति है। आप अपने सबसे अनमोल सम्पत्ति का देखरेख अपने स्वस्थ आहार से अच्छी तरीके से कर सकते है।
सविता सिंह
बच्चे भगवान के सबसे अच्छे उपहारों में से एक हैं। इस महामारी के दौर मे आप बच्चे को स्वस्थ रखने के लिए संतुलित और स्वस्थ डाइट बहुत जरुरी है।लेकिन आजकल बच्चों अपने सुविधा के अनुसार पसंदिता भोजन ही खाते है। लेकिन सिर्फ पसंदिता और एक तरह का भोजन स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डालते हैं। बच्चों की डाइट संतुलित होना बहुत जरुरी है। अस्वस्थ खाने के कारणों से बच्चों में कुछ मानसिक और शारीरिक विकास कम हो जाती है। इस तरह से बच्चों में आजीवन बीमारियों भी विकसित हो सकते हैं।
संतुलित खाना खाने से बच्चों को कई फायदे होते हैं
1)स्वस्थ और पोषण आहार किसी भी बीमारी की शुरुआत को रोकने के लिए सबसे सरल और महत्वपूर्ण तरीके हैं।
2)स्वस्थ और पोषण आहार ध्यान केंद्रित करने के लिए सबसे सरल और महत्वपूर्ण तरीके हैं।
3) स्वस्थ वजन बनाए रखने के लिए सबसे सरल और महत्वपूर्ण तरीका हैं स्वस्थ और पोषण आहार।
4) मानसिक स्वास्थ्य रहने के लिए सबसे अच्छा तरीका हैं स्वस्थ और पोषण आहार।
इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने बच्चों को अच्छी आदतें सिखाएं।
आजकल बच्चों में मोटापा, हृदय रोग, उच्च रक्तचाप और टाइप 2 मधुमेह जैसे बीमारी संतुलित खाना न खाने के कारण होता है।
नाश्ते से शुरू करें
बच्चे के लिए दिन की शुरुआत प्रोटीन युक्त संतुलित नाश्ता एक शानदार तरीका है। प्रोटीन युक्त संतुलित नाश्ता बच्चे को लंबे समय तक ऊर्जाबान रखने में मदद करता है और वजन कम करने में भी मदद करता है।
1) एक सेब. फल का फ्रेश जूस प्रतिदिन बदल बदल के
2) एक गिलास दूध या एक कप दही या उबले अंडे, ।
3) गेहूं की रोटी हरी सब्जी पीनट बटर सैंडविच।
4)अंकुरित अनाज के चीला या दलिया ।
5) पानी में भिगोया हुआ ड्राई फ्रूट्स
यदि आप स्वयं स्वस्थ भोजन तैयार करते हैं और खाते हैं, तो आपका बच्चा भी स्वस्थ भोजन करेगा।
नियमित रूप से अपने परिवार के साथ भोजन करने से, परिवार के सदरय को प्यार और सुरक्षित महसूस का अनुभव होता है।
बच्चे के भोजन में चीनी को सीमित करें । फल, सब्जियां, अनाज और डेयरी उत्पाद में स्वाभाविक रूप से चीनी मिलती है। रिसर्च में पाया गया है कि सफ़ेद चीनी शरीर के रोग प्रतिरोधक शक्ति को घटा देता है।
ब्रेड, डिब्बाबंद सूप, केचप, जमा हुए भोजन और फास्ट फूड खाद्य पदार्थों में चीनी अक्सर मिलाया जाता है। हमें इनके बारे में कम जानकारी होती है।
बच्चों को एक दिन में 12 ग्राम से अधिक चीनी (3 चम्मच) नहीं देना चाहिए।
शर्करा युक्त पेय से बचें। सोडा के 1 कैन में 40 ग्राम (10 चम्मच) अतिरिक्त चीनी होती है। अधिक फल खाएं। फलों में भरपूर मात्रा में प्राकृतिक शर्करा होती है।
वसा के बारे में सावधानी बरते ।
हमारे आहार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है स्वस्थ वसा । हमारे दिमाग को भी वसा अधिक फायदा पहुंचाते हैं और याददाश्त में सुधार लाते हैं और मूड को अच्छा रखते हैं। यह सुनिश्चित करना बहुत जरुरी है कि आपके बच्चे सही वसा खा रहे हैं या नहीं।
मोनोअनसैचुरेटेड वसा – तिल के बीज.बादाम .एवोकाडो में पाए जाते हैं।
पॉलीअनसेचुरेटेड वसा – ओमेगा -3 फैटी एसिड मछली. फ्लैक्ससीड, अखरोट में पाए जाते हैं।
अस्वास्थ्यकर वसा ट्रांस वसा होता है।
ट्रांस वसा – तले हुए खाद्य पदार्थ, कुकीज या पैकेज्ड फूड में होता है।
कार्बोहाइड्रेट प्राप्त मात्रा में ही खिलाये। कार्बोहाइड्रेट ज्यादा खाने से वजन वृद्धि होता है।
पहला कदम अस्वास्थ्यकर मीठे और नमकीन स्नैक्स से छुटकारा पाना है।
आपके बच्चे को नमकीन स्नैक चाहिए, जैसे कि आलू के चिप्स लेकिन उन्हे गाजर खाने को प्रोत्साहित करें।
फल,सब्जियों और ड्राई फ्रूट्स को अधिक-से अधिक मात्रा में खाये और खिलाये।
अगर आप और आपके बच्चे कोरोना के खिलाफ जीतना चाहते है तो कृपया जिंक से संबंधित खाद्य पदार्थ जैसे तिल, दूध, पनीर, अंडे, आलू, मशरूम, हरी बीन्स, मूंगफली, काजू, बादाम, अलसी, कद्दू के बीज आदि खाने मे शामिल करें।
कहाबत में कहा गया है कि “जैसा आहार वैसा बिचार”।
कहाबत में कहा गया है कि “स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मन का वास होता है”।