नवजात लड़की को बुधवार को चाइल्ड लाइन 1098 की टीम ने अपने संरक्षण में लेकर ​​​​​​​

जिला अस्पताल में एसएनसीयू में भर्ती 


स्वतंत्र प्रभात  

बाराबंकी  बीते मंगलवार को लखनऊ-सुल्तानपुर हाइवे के किनारे राष्ट्रीय इण्टर कालेज के गेट के सामने बने नाला में मंगलवार की सुबह लावारिस दशा में मिली नवजात लड़की को बुधवार को चाइल्ड लाइन 1098 की टीम ने अपने संरक्षण में लेकर जिला अस्पताल में एसएनसीयू में भर्ती कराया है। गौरतलब है कि मंगलवार की सुबह मार्निंग वाक पर निकले लोगों ने स्कूल के गेट के सामने बने नाला के अंदर से नवजात शिशु के रोने की आवाज सुनी।राहगीरों ने नाले में झुककर देखा तो दंग रह गए।कपड़े में लिपटी नवजात बच्ची नाले के अंदर पड़ी थी, जिसे प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र के संचालक अजय त्रिवेदी  ने घटना स्थल से चंद कदम दूर

स्थित सीएचसी परिसर में प्रेरणा कैन्टीन चलाने वाली मीना गुप्ता के सहयोग से  बच्ची को नाले से बाहर निकाला।और बच्ची को इलाज के लिए सीएचसी पहुँचाया था, तत्समय सीएचसी के डॉक्टर मुकुंद पटेल ने इलाज के लिए सीएचसी में भर्ती कर लिया। आज चाइल्ड लाइन की टीम सदस्य जीनत बेबी और प्रदीप कुमार ने नवजात को उचित इलाज और विधिक संरक्षण के लिए सीएचसी से अपने संरक्षण में लेकर जिला अस्पताल के एसएनसीयू में भर्ती करा दिया है।  बच्ची का वजन मानक से कम है और स्वास्थ्य ठीक नही है। बच्ची के विधिक संरक्षण के लिए बाल कल्याण समिति से अनुरोध किया गया है।

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