अव्यवस्थाओं.के बीच संचालित किया जा रहा सामुदायिक शौचालय सभी जिम्मेदार मौन

खासकर महिलाओं के लिए अंधेरे का होना किसी अनहोनी को दावत दे रहा है  


स्वतंत्र प्रभात 

बाराबंकी उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा स्वच्छ भारत मिशन का पाठ पढ़ाने के लिए प्रत्येक ग्राम पंचायत में सामुदायिक शौचालय का निर्माण किया गया है जिसमें समूह की महिलाओं को इस सामुदायिक शौचालय की देखरेख के लिए उसकी चाबी सौंपी गई है लेकिन उसकी देखरेख ना करते हुए सभी के द्वारा वहां अव्यवस्थाओं का बढ़ावा दिया जा रहा है जहां पर सरकार द्वारा हजारों रुपए प्रति माह सामुदायिक शौचालय की देखरेख के लिए तो उन्हें दिया जाता है परंतु वह दिया जाने वाला सरकारी धन अपनी जेब खर्च में लगा रही हैं पूरा मामला बाराबंकी जनपद के विकासखंड हरख की ग्राम पंचायत मोहना के पांडे का पुरवा गांव का है जहां पर सामुदायिक शौचालय बनाया गया है परंतु सामुदायिक शौचालय में ना तो पानी की सुविधा है और ना ही लाइट की सुविधा है अंधेरे में इंडिया मार्का हैंडपंप से पानी लेकर शौच के लिए सभी बुजुर्ग स्त्री

पुरुष और महिलाएं जाती हैं वही इस संबंध में जब ग्राम पंचायत मोहना के नव निर्वाचित ग्राम प्रधान प्रतिनिधि संतोष शुक्ला से वार्ता हुई तो उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायत में हो रही कोई भी अव्यवस्था बर्दाश्त नहीं की जाएगी जनता के साथ सौतेला व्यवहार कतई नहीं सहन किया जाएगा शौचालय की देखरेख करने वाले सरकार द्वारा जो उन्हें रुपए दिए जाते हैं वह सामुदायिक शौचालय की देखरेख में ना खर्च करते हुए स्वयं अपनी जेबें भर रहे हैं जिससे सामुदायिक शौचालय में अव्यवस्थाओं का अंबार लग गया है वही इस संबंध में जब सहायक खंड विकास अधिकारी से वार्ता हुई तो उन्होंने बताया कि विद्युत विभाग से संपर्क करते हुए विद्युत कनेक्शन करवा दिया जाएगा और जो भी अव्यवस्थाएं उत्पन्न हुई है उन्हें जल्द से जल्द  दुरुस्त करवाया जाएगा इस मामले की हमें कोई जानकारी नहीं थी और अब आपके द्वारा अवगत कराया गया जा रहा है बॉक्स में* गांव के बाहर सामुदायिक शौचालय बनाया गया है जहां पर तमाम प्रकार के जीव जंतु बरसात में घूमते रहते हैं जिससे कोई भी इनका शिकार हो सकता है इसलिए यहां पर लाइट की उचित व्यवस्था होना बहुत ही जरूरी है और खासकर महिलाओं के लिए अंधेरे का होना किसी अनहोनी को दावत दे रहा है खासकर महिलाओं के लिए अंधेरे का होना किसी अनहोनी को दावत दे रहा है 

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