गोवंश को गौशालाओं में नहीं मिल रहा शरण ,घायल गोवंश को अपना निवाला बना रहे कौए।

गौ रक्षा संघ के पदाधिकारियों को इसकी जानकारी भी नहीं है। 


स्वतंत्र प्रभात 

शाहजहांपुर।

 प्रदेश सरकार ने प्रदेश में जगह-जगह गौशालाओं को खोलने के बावजूद भी गलियों में बम मुख्य सड़कों पर घूम रहे आवारा गायों को अभी तक करोड़ों रुपए गौशालाओं पर खर्च करने के बावजूद भी आश्रय नहीं मिला है जिसका जीता जागता उदाहरण तिलहर क्षेत्र के गांव बडेपुर में एक गाय को कौवे का शिकार होना पड़ रहा है। जानकारी के अनुसार क्षेत्र के जिम्मेदार अधिकारी ने भी अभी प्रदेश सरकार के निर्देशों का पालन नहीं किया जिस कारणतिलहर क्षेत्र के गांव बड़े पुर मे प्रधान मनोज कुमार के मकान से कुछ कदम की दूरी पर एक घायल गोवंश जो चलने फिरने में असमर्थ है। उस जीवित गोवंश को कौवे नोचते देखे जा रहे हैं। और गौ रक्षा संघ के पदाधिकारियों को इसकी जानकारी भी नहीं है। 

 वही समाज में गौ माता की उपाधि से अलंकृत गाय की इतनी उपेक्षा समाज को शर्मसार कर रही है कोई दयालु व्यक्ति उस मार्ग से गुजरता है, तो अपनी बाइक या साइकिल रोककर कौवा को भगाता है। और फिर चल देता है परंतु देखना यह है कि क्या यह गाय स्वस्थ हो पाएगी या जीवित गाय को ही कौवे नोच कर खा जाएंगे ।गाय का सम्मान करने वाली योगी आदित्यनाथ की सरकार में इस तरह गायों की उपेक्षा होगी यह किसी ने सोचा भी नहीं था प्रशासन भी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है और पशु चिकित्सा अधिकारी को तो इसकी जानकारी तक नहीं है।

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