स्वतंत्र प्रभात
विमलेश विश्वकर्मा
टांडा अंबेडकर नगर।कश्मीर से कन्याकुमारी तक समग्र और एकीकृत भारत केवल और केवल सरदार बल्लभभाई पटेल तथाअमर सेनानियों के त्याग तपस्या का प्रतिफल है।सच तो यह है कि सरदार पटेल आधुनिक भारत के बिस्मार्क थे।
ये उदगार गांधी स्मारक इंटर कॉलेज, राजेसुल्तानपुर के प्रधानाचार्य कप्तानसिंह ने व्यक्त किया।श्री सिंह आज़ादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में आयोजित रासेयो स्वयंसेवियों के दल को सम्बोधित कर रहे थे।ज्ञातव्य है
कि आजादी के 75 वर्ष पूर्व होने के उपलक्ष्य में भारत सरकार के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में राष्ट्रीय सेवा योजना के शिविरार्थियों द्वारा 10-10 की टोलियां बनाकर गांव गांव भ्रमण करते हुए आमजनता को संवैधानिक अधिकारों व
नागरिक कर्तव्यों के प्रति जागरूक किया जा रहा है।इसी कड़ी में आज बछुवापार में जनसम्पर्क व जागरूकता अभियान चलाया गया।अभियान के तहत मुख्य कार्यक्रम पूर्व शिक्षक नेता रामचरण सिंह के आवास पर किया गया।
जिसे सङ्घ जे जिलाध्यक्ष उदयराज मिश्र,पूर्व कार्यक्रमाधिकारी राजेश मिश्र,अमरनाथ पांडेय,श्यामकेतु सिंह,हरिप्रसाद यादव,राजेश्वर उपाध्याय सहित अनेक लोगों ने सम्बोधित किया।इस अवसर पर वक्ताओं ने सरदार के व्यक्तित्व व
कृत्तित्व पर व्यापक प्रकाश डालते हुए आज़ादी में उनके योगदान का विस्तृत वर्णन किया।कार्यक्रम में काजल विश्वकर्मा, कुमकुम, खुश्बू, खुशी पाण्डेय सहित अनेक शिविरार्थियों ने भी सुंदर प्रोग्राम प्रस्तुत कर सबका मन मोह लिया।