आयें मिट्टी के दीप जलायें भारतीय कला को उन्नत बनायें-सुदामा

इलेक्ट्रॉनिक दीपों व खिलौनों के आगे मिट्टी के पात्रों की खरीदारी कम हो रही है


स्वतंत्र प्रभात 
 


बस्ती । बस्ती जिले केआज क्षेत्र के खरथुवा गांव पहुंचे समाजसेवी चन्द्रमणि पाण्डेय(सुदामाजी)ने हस्तचालित चाक से मिट्टी के दीप,खिलौने,कलश निर्माण करने वाले मिट्टीकारों से भेंट कर उनका हाल जाना मूर्तिकारों ने बताया कि महज दीपावली में ही मिट्टी की पात्रों की खरीदारी होती है वो भी विदेशी व इलेक्ट्रॉनिक दीपों व खिलौनों के आगे मिट्टी के पात्रों की खरीदारी कम हो रही है

 उपर से तालाबों का पट्टा होने के चलते मिट्टी की भी समस्या उत्पन्न हो रही है।समाजसेवी ने अपने साथ साथा औरों के घरों में खुशहाली लाने हेतु क्षेत्र के लोगों से अपील किया कि भारतीय कला के संरक्षण व उत्थान हेतु मिट्टी के पात्रों का अधिकाधिक प्रयोग करें उन्होंने मिट्टीकारों को आश्वस्त किया कि हम शीघ्र ही उच्चाधिकारियों के माध्यम से आपकी समस्या सरकार तक पहुंचायेंगे व

 निकट भविष्य में यदि आप लोगों ने मौका दिया तो हम मिट्टी के साथ साथ मोटर चलित चाक का आवंटन सुनिश्चित करायेंगें श्री पाण्डेय ने कहा कि मन की बात व कागजी घोषणाओं से देश आत्मनिर्भर नहीं बनेगा अपितु उसके लिए हुनरमंदों को आवश्यक संसाधन भी उपलब्ध कराना होगा।


 

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