स्वतंत्र प्रभात
कुशीनगर
जीवन की आपाधापी और बढ़ती आबादी में विलुप्त हो रही ऐतिहासिक कुआ जो आज शादी व्याह आदि धार्मिक परिजनों के लिए पूज्य है। फिर भी आज इस महत्वपूर्ण स्थलों के प्रति गिने चुने ऐसे कुछ सेवक है जो विरासत में मिली धरोहरों को जतन करने में जुटे है। ऐसे ऊर्जावान व्यक्तित्व जो प्रकृति संपदा और उसका संरक्षण के प्रति ईश्वर पर आस्था रखने वाले अपने जीवन में ऐतिहासिक रूप से जीवंत करने का कार्य कर रहे है।
जी हां कुछ लोगो को भले अच्छा ना लगे पर अच्छे कार्यो की आलोचना पर चुप्पी साधने वालो को इससे सबक लेना चाहिए जो आज उपेक्षा का शिकार बनकर आबादी में विलुप्त होती जा रही कुओं की जतन करने में जुटे नपाध्यक्ष पड़रौना विनय जायसवाल एक मिसाल बनकर खड़े है जो पक्ष और विपक्ष सबकी खयाल रखते है। ऐसे व्यक्तित्व से दूसरों को प्रेरणा लेना चाहिए।
क्यो कि हिन्दू रीति रिवाज को निभाने के लिए एक दिन शादी व्याह जैसे रश्मो पर कुएं की तलाश होती है उस दिन मां बहने कुएं पर पहुच वहां गड्ढा खोदकर पारंपरिक गीत गाते हुए उस गड्ढे में पानी के साथ पान कसैली डालती और पांच बार निकलवाती है। ऐसे रस्मों रिवाज को जतन करने का कार्य जो कभी नही किया था वह आज नपाध्यक्ष विनय जायसवाल करके पडरौना में ऐतिहासिक महत्व का योगदान कर रहे है।
इसी क्रम में आज सोमवार को पडरौना नगर के बावली चौक के तुलसी नगर के कानू टोला के घनी आबादी में उपेक्षित और विलुप्त होते कुएं का नपाध्यक्ष विनय जायसवाल ने जीर्णोद्धार कराया। कुएं को मार्वल जड़ित कराकर बिजली से सजाधजा कर हिन्दू आस्था के प्रति बेहतरीन सुंदरीकरण कार्य किया और उसका विधिवत पूजन कर उद्घाटन करने के साथ उपस्थित मोहल्लेवासियों को लड्डू प्रसाद खिलाकर मुंह मीठा करवाया।
इस अवसर पर मोहल्ले से जुटी बुजुर्ग महिलाओं ने विनय जायसवाल के इस नेक दिल कार्य के लिए प्रसन्नता जाहिर करते हुए शुभकामना के साथ आशीर्वाद दी। वही मोहल्ले के सम्मानित बुजुर्ग महिला पुरुष और नौजवान भाई बहन बिजली से आधुनिक तरीके से सजाई गई कुएं की सुंदर व्यवस्था देख कर उनके चेहरे पर रौनक बढ़ गई है।जिसकी सराहना करते मोहल्ले के लोग थक नही रहे है।