पिण्डदान व तर्पण कर हुआ पितृ विसर्जन

आश्विन कृष्ण अमावस्या के दिन क्वार मास कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा को 


स्वतंत्र प्रभात 
 


 जितेंद्र शुक्ल

गोला गोरखपुर ।गोला तहसील क्षेत्र में पितृ विसर्जन के मौके पर स्थानीय उपनगर के माँ सरयू घाटों पर श्रद्धालु स्नान कर अपने पितरों को याद कर पिण्डदान किया। हिंदू धर्म को मानने वालों ने अपने पितरों को पिण्डदान व तर्पण करके पितृपक्ष का विसर्जन किया और श्रद्धालुओं ने अपने पितरों को अंतिम तिलांजलि देकर आशीर्वाद मांगा।बताते चलें कि मंगलवार को आश्विन कृष्ण अमावस्या के दिन क्वार मास कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा को 

पितृपक्ष का प्रारंभ हुआ था ।क्षेत्र में स्थित नदी तालाबों पर सुबह से ही श्रद्धालु पहुंचकर बाल मुंडवा कर नदी में स्नान कर श्राद्ध तर्पण आदि को विधि विधान से किया। श्रद्धालुओं ने पिण्ड बनाकर अपने पुरोहित की मदद से मित्रों को समर्पित किया और यथाशक्ति ब्राह्मणों को दान भी दिया। आश्विन कृष्ण अमावस्या श्रद्धालुओं ने बुधवार को अंतिम पिण्डदान तर्पण आदि कर पूर्वजों को विसर्जित किया।


हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार ऐसा करने से मृत व्यक्ति की आत्मा को शांति प्राप्त होती है और उसकी आत्मा अथवा जीव का पुनर्जन्म होता है और मान्यता है कि पिण्ड दान करने वाला व्यक्ति पितृ ऋण से मुक्त भी हो जाता है।

 क्षेत्र के विभिन्न घाटों पर सुबह से ही उपनगर के पक्का घाट शीतला घाट बरदसिया घाट बेवरी स्थित श्याम घाट शिवपुर मेहड़ा तुर्कवलिया बिसरा घाट बारानगर रामामऊ नरहन मदरिया मदरहा के घाटों पर श्रद्धालु की भारी भीड़ लगी रही लोगों ने पुरोहितों के सहयोग से स्नान के बाद पिण्डदान का कार्य किया और लोगों के सुखमय जीवन की कामना की।
 

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