बैकवर्ड की महिला द्वारा अनुसूचित जाति का फर्जी प्रमाण पत्र के जरिए नौकरी करने के

मामले में बेसिक शिक्षा अधिकारी बांदा ने दिए जांच के आदेश


स्वतंत्र प्रभात 
 

बांदा जनपद के नरैनी तहसील क्षेत्र के ग्राम पुकारी में फर्जी अनुसूचितजाति का प्रमाण पत्र लगा अनुदेशिका के पद पर कार्यरत नीलम सिंह पुत्री बालगोविंद सिंह प्रकरण में बेसिक शिक्षा अधिकारी बांदा ने तीन सदस्यीय टीम गठित कर जांच करने के आदेश दिए।

यह फर्जीवाणा उस समय प्रकाश में आया जब उक्त अनुदेशिका द्वारा पत्रकार रामकिशोर उपाध्याय के ऊपर फर्जी तरीके से हरिजन एक्ट लगवाया गया जिसकी जांच पुलिस क्षेत्राधिकारी सदर बांदा द्वारा आज भी जारी है इसी मध्य पत्रकारों के हाथ इस अनुदेशिका के द्वारा फर्जी अनुसूचितजाति का प्रमाण पत्र लगा नौकरी करने की जानकारी मिली जिसकी जानकारी करने पर पत्रकारों के हाथ वह फर्जी प्रमाण पत्र लगा गये जो चिल्ला चिल्ला कर कह रहे हैं कि अनुदेशिका नीलम सिंह अनुसूचित जाति से नहीं बल्कि बैकवर्ड से है।

तब इन्ही बिंदुओं को लेकर आज हमारे प्रबंध संपादक आत्माराम त्रिपाठी,पियुश उर्फ लाला त्रिबेदी,रानू, अभिषेक गंगेले, केके गुप्ता,अजय सिंह, श्यामसुंदर त्रिपाठी, आदि पत्रकारों ने बेसिक शिक्षा अधिकारी बांदा रामपाल सिंह से मुलाकात कर पूरे प्रकरण से अवगत कराते हुए कार्यवाही कराये जाने की मांग की जिस पर बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा तीन सदस्यीय टीम गठित कर जांच करने के आदेश दिए गए।

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