स्वतंत्र प्रभात
रिपोर्ट एन अंसारी
बांसगांव गोरखपुर सीएम शहर में आला अधिकारी भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने का अथक प्रयास कर रहे हैं ।जो केवल कागजों में सिमट कर रह जा रहा है ।।सरकार की महत्वकांक्षी योजना मातृ शिशु दर में कमी लाने एवं गर्भवती महिलाओं, बच्चों को कुपोषण से बचाने के उद्देश्य से आंगनवाड़ी केंद्र के माध्यम से पौष्टिक आहार प्रत्येक माह वितरित किया जाता है।
वितरण में अनियमितता का प्रमाण जनपद के विकाश खंड उरूवा अंतर्गत ग्राम पंचायत माल्हपार इसका जीता जागता उदाहरण है। दिव्या मिश्रा ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर एक शिकायती पत्र के माध्यम से कहा है ,कि विगत 4 माह से गर्भवती महिलाओं और बच्चों को पौष्टिक आहार का वितरण नहीं हुआ है। संजू देवी आंगनवाड़ी पति गणेश जयसवाल से वितरण के संबंध में बात करने पर बताएं कि सरकार जब भेजेगी तब दिया जाएगा पूरे ग्राम सभा के लोग वितरण में अनियमितता से परेशान है।
ग्राम सभा की आशा देवी, गुड्डी देवी, किसमति, रेनू,शाहीन परवीन, अंजुम परवीन ,आफरीन परवीन सहित तमाम लोगों ने बताया कि गणेश रजिस्ट्रेशन के लिए आते हैं ,और वितरण कभी कभार करते हैं लोगों ने बताया कि उक्त गणेश ग्रामसभा मसूरिया में भी पुष्टाहार वितरण का काम देखते हैं।
और स्वयं माल्हन पार इंटर कॉलेज में कार्यरत हैं। पुष्टाहार वितरण में भ्रष्टाचार और धांधली को रोकने की बात आवेदक के द्वारा की गई है ।वितरण में अनियमितता ना हो इसके लिए सुपरवाइजर की भी नियुक्ति है ,जो कभी क्षेत्र में आते ही नहीं है । इस संबंध में सीडीपीओ उरूवा सौरभ त्रिपाठी से बात किया गया तो उन्होंने कहा कि इस तरह की शिकायत मिली है जांच कर उचित कार्रवाई किया जाएगा।