लखनऊ
राजधानी लखनऊ में मुख्यालय से 10 किलोमीटर की दूरी पर शहर वासियों का जन जीवन नरकीय बना हुआ है नगर निगम के कर्मचारी मुख्य मार्गों पर सफाई करते नजर आते है लेकिन कालोनियों में वहीं सफाई करते है जहाँ कोई विशेष रहता हो । कालोनी के नालियों की सफाई तो दूर गलियों में भी सफाई नही हो रही है कहीं सीवर चोक है तो कहीं सीवर के ढंकन टूटे ,कहीं सीवर पर ढंकन ही नही लगा है हुआ ऐसी दसा में कालोनी की सड़कों पर सीवर के गंदा पानी भरा हुआ है लोग आ जा रहे है महामारी जैसे रोगों की सम्भावना प्रबल बनी हुई है ऐ खुले सीवर हादसे की दावत दे रहे है इसका जिमेदार कौन होगा शिकायतों के बाद भी जिमेदार कार्य नही कर रहे है ।
मामला नगर निगम के जोन 8 से मात्र 700 मीटर की दूरी पर शारदा नगर प्रथम वार्ड के रुचि खण्ड प्रथम मेंं 1/ 667 मकान की गली में एक महीनें से सीवर चोक होने की वजह से सीवर का गंन्दा पानी गलियों भरा हुआ है मजबूर होकर लगभग 25 घरों के लोग इसी गन्दे पानी में से आते जाते है । स्थानीय निवासियों ने शिकायत की फिर भी अभी तक समस्याओं से निजात नही मिला । स्थानीय सभासद से शिकायत की तो उनका कहना था कि यहाँ से हमे वोट नही मिला है आप लोग नगर निगम में जाके शिकायत करो ।लोगो ने बताया कि गली में जलभराव होने के कारण जीना दूभर हो गया है इसके चलते कालरा, खास-खुजली जैसी महामारी फैलने का खतरा बना हुआ है ।
आशीष शुक्ला ने बताया कि एक माह से जलभराव की समस्या बनी हुई है सूचना देने पर भी अधिकारी सुनकर अनसुना कर देते है शिकायत करे तो करे किससे । पंकज का कहना है कि सीवर लाईन व नालियां चोक पड़ी हुई है जिसके चलते जल की निकासी न होने से सीवर का गंदा पानी व मलवा सड़कों व गली में भरा हुआ है ।सुधीर बाबा ने बताया कि घर के सामने ही सीवर का पानी भरा हुआ है हमेशा बदबू आती है क्या करुं सब टेक्स देता हूँ फिर भी सुनवाई नही हो रही इस गंदे जल भराव में बच्चे गिरकर घायल भी हो चुके है ।
नगर निगम जोन 8 के जल निगम के अधिशासी अभियन्ता डी ए यादव से बात की गई तो उन्होंने कहा जलभराव की समस्या जल्द से जल्द दूर की जायेगी ।