साढ़े तीन माह बाद भी हत्या की घटना का नहीं हो सका खुलासा

पुलिस के मुखबिर और खुफिया तंत्र  घटनाओ के खुलासों से अभी तक कोसो दूर 


स्वतंत्र प्रभात

भीटी अंबेडकरनगर अच्छेलाल हत्याकांड को लगभग साढे 3 माह बीत जाने के बाद भी अभी तक कोई खुलासा नहीं हो पाया है वहीं दूसरी घटना ओमप्रकाश हत्याकांड को भी दो माह बीत गया। जिसमें भी कोई खुलासा पुलिस अभी तक नहीं कर पाई हैं धीरे धीरे अज्ञात के खिलाफ दर्ज हत्या के मुकदमे पुलिस की फाइलों में दफन होती चली जा रही हैं। पुलिस हत्या की घटनाओं के खुलासे से कोसों दूर चल रही है। चौकाने वाला खुलासा करने वाली पुलिस के मुखबिर और उनके खुफिया तंत्र भी इन घटनाओ के खुलासों से अभी तक कोसो दूर नजर आ रहे हैं। आपको बता दे पहली घटना 24 मई की है थाना क्षेत्र अंतर्गत पाती गांव निवासी अच्छेलाल 20 वर्षों से अपने ससुराल में रहते थे। रात 10:00 बजे घर के सामने दरवाजे पर सो रहे थे। बेटा सोनू मनसापुर गांव में बारात गया था। पत्नी घोठीरा  देवी गांव में विवाह के पहले होने वाले संगीत कार्यक्रम में शामिल होने गई थी। सास फुलवंता देवी दोनों कानों से सुनने में असमर्थ हैं। सास व अच्छेलाल दोनों सो रहे थे। उसी समय अज्ञात हमलावर ने अच्छेलाल के सिर पर किसी

ठोस पदार्थ से हमला कर उन को मौत के घाट उतार दिया था। पत्नी की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा महरुआ थाने में दर्ज है। दूसरी घटना थाना क्षेत्र के मीरपुर मनसापुर गांव की है जहां 14 जुलाई की रात लगभग 2:00 बजे अपने सहन दरवाजे पर ओम प्रकाश यादव पुत्र ब्रह्मादीन सो रहे थे। तभी अज्ञात व्यक्ति द्वारा सिर पर धारदार हथियार से प्रहार कर दिया। हल्ला गुहार होने पर जब तक ग्रामीण इकट्ठा हुए। तब तक रात के अंधेरे का फायदा उठाते हुए हत्यारा भाग निकला। ओम प्रकाश की पत्नी द्वारा एंबुलेंस से पीड़ित को जिला अस्पताल ले जाया गया जहां से चिकित्सकों ने अयोध्या के लिए रेफर कर दिया। जहाँ अस्पताल ले जाने पर चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पत्नी लल्लादेवी की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा पंजीकृत किया था। पहली घटना को साढ़े तीन माह व दूसरी घटना के दो माह बीत जाने के बाद भी अनावरण नहीं हो पाया है। हत्या की घटनाओं का खुलासा ना होने पर पुलिस की सक्रियता पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। वही जब सीओ रुक्मणि वर्मा से बात करने का प्रयास किया गया तो उनके द्वारा फोन  बिजी कर दिया गया।

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