सेक्टर बी शांतिपुरम में कूड़े के ढेर में मिली

बच्ची को किसने और कब फेंका, इसका पता नहीं चल सका। सोमवार देर रात चिल्ड्रेन अस्पताल में बच्ची ने अंतिम सांसें ली।


स्वतंत्र प्रभात  

प्रयागराज  चिल्ड्रेन अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। उसकी जान चीटियों ने ले ली। चीटियों ने उसके शरीर पर इतना गहरा जख्म कर दिया था कि डॉक्टर भी उसे बचा नहीं पाए। उस मासूम की मां कौन थी जिसने जन्म देने के बाद उसे छोड़ दिया, यह पता नहीं चला। कर्नलगंज पुलिस विधिक कार्रवाई कर रही है। शांतिपुरम सेक्टर बी स्थित बड़ौदा उत्तर प्रदेश बैंक के पास रविवार सुबह एक नवजात बच्ची कूड़े के ढेर में पड़ी थी। उधर से गुजर रहे किसी शख्स

की नजर मासूम पर पड़ी तो उसने स्थानीय लोगों को सूचित किया। जिस पर प्रसिद्ध का पूरा गांव के राजू पासी ने नवजात को उठाकर वहीं के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। नवजात की जान बचाने के लिए राजू की पत्नी ने उसे स्तनपान कराया। बच्ची के मिलने की खबर जैसे ही क्षेत्र फैली तो उसे गोद लेने के लिए लोगों का तांता लग गया। नवजात को गोद के लिए लोगों ने आपस में कहासुनी भी हुई। पुलिस ने देर शाम बच्ची की तबियत में सुधार हुआ तो उसे चाइल्ड लाइन को सौंप दिया। बच्ची को किसने और कब फेंका, इसका पता नहीं चल सका। सोमवार देर रात चिल्ड्रेन अस्पताल में बच्ची ने अंतिम सांसें ली।

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