बाराबंकी दबंगों की दबंगई के आगे नतमस्तक हुआ लेखपाल विधायक के लेटर को मारा ठोकर धन हित के कारण नहीं हुई कार्यवाही

 समुदाय ने हमें इस पद पर पहुंचाया है तो हम किसी भी हालत में अवैध कब्जा जरूर हटाएंगे  


स्वतंत्र प्रभात 

 सैदननपुर ग्राम पंचायत में सुरक्षित भूमि खलिहान और पशु चर की भूमि पर हुए अवैध कब्जे को हटवा ना बहुत जरूरी है यह कार्य राजनीति नहीं बल्कि एक जनहित का कार्य है इसको खाली करवाने से पराली जलाना बिल्कुल बंद हो जाएगा और छुट्टा जानवर जो आए दिन सड़क दुर्घटना का कारण बनते हैं और किसानों की फसल को बर्बाद करते हैं वह बिल्कुल बंद हो जाएगा सुरक्षित भूमि पर हुए कब्जे को लेकर ग्राम प्रधान सहित ग्रामीणों ने लगभग आधा दर्जन से अधिक शिकायतें किया जिस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई जिस के संबंध में ग्राम प्रधान ने क्षेत्रीय विधायक दिनेश रावत के सहयोग से ग्राम समाज की सुरक्षित भूमि को खाली करवाने का निवेदन किया जिस पर विधायक ने भी उप जिला अधिकारी को सुरक्षित भूमि से कब्जा हटवाने के लिए एक पत्र बनाया और पत्र के माध्यम से कब्जा हटाने का आदेश दिया लेकिन 2

सप्ताह बीत जाने के बाद आज जब क्षेत्रीय लेखपाल मौके पर पहुंचा तो दबंगों को देखते हुए ही नतमस्तक हो गया और जनहित का कार्य छोड़कर धन ही की तरफ आकर्षित हो गया और बिना पैमाइश किए ही मौके से उल्टे पांव वापस चला गया पूरा मामला बाराबंकी जनपद के हैदरगढ़ तहसील के सिद्धौर विकासखंड अंतर्गत कोठी थाना क्षेत्र के सैदननपुर का है जहां पर बीते कई महीनों से ग्राम समाज की भूमि खलिहान चरागाह पर हुए अवैध कब्जे को हटाने के लिए ग्राम प्रधान ने कई बार शिकायत किया लेकिन हठ धर्मी कर्मचारी भाजपा सरकार की एक भी नीति पर कार्य नहीं करते हैं जिनकी कार्यवाही से यह साफ झलक रहा है कि यह अधिकारी कर्मचारी भाजपा सरकार की नीतियों पर कार्य करने में बिल्कुल सहयोग नहीं कर रहे हैं जबकि भाजपा सरकार का आदेश है किसी भी सुरक्षित भूमि पर अवैध कब्जा नहीं किया जाएगा यदि कब्जा

हुआ है तो उसे शासन द्वारा हटवाया जाएगा वही ग्राम प्रधान का यह भी आरोप है कि ग्राम प्रधान कब्जा हटवाने की शिकायत करती हैं तो वहीं उन्हीं की ग्राम पंचायत के अवैध कब्जा धारी सुरक्षित भूमि पर हुए अवैध कब्जे को राजनीति की नजर से देख रहे हैं जबकि यह राजनीति का नहीं जनहित का मुद्दा है  क्षेत्र के विधायक महोदय भी राजनीतिक नहीं जनहित के कार्य के लिए उप जिलाधिकारी को पत्र भेजे हैं उनका मानना है कि हम किसी व्यक्ति विशेष के लिए नहीं बल्कि जनहित का कार्य करते हैं ज

About The Author: Swatantra Prabhat