नारी सुरक्षा का दावा फेल, पीड़ित महिला लगा रही पांच दिन से थाने का चक्कर

महराजगंज। परसामलिक थाना क्षेत्र के ग्राम सभा विषखोप निवासिनी पीड़ित खुदैजा खातून ने बीते 23 अक्टूबर को महिला हेल्प डेस्क समेत थाना समाधान दिवस में अपने ही पति के खिलाफ शिकायती पत्र देकर कार्यवाही की मांग की थी परंतु पांच दिन गुजरने के बाद भी पीड़ित महिला का कोई सुनवाई नहीं हो रहा है। ऐसे

महराजगंज। परसामलिक थाना क्षेत्र के ग्राम सभा विषखोप निवासिनी पीड़ित खुदैजा खातून ने बीते 23 अक्टूबर को महिला हेल्प डेस्क समेत थाना समाधान दिवस में अपने ही पति के खिलाफ शिकायती पत्र देकर कार्यवाही की मांग की थी परंतु पांच दिन गुजरने के बाद भी पीड़ित महिला का कोई सुनवाई नहीं हो रहा है।

ऐसे में सरकार का मिशन नारी शक्ति अभियान महज हवा-हवाई साबित हो रहा है, वहीं सरकार का मंशा था कि हर थाने पर महिला डेस्क बनाकर महिला पुलिस कर्मी की तैनाती की जाए, जहां महिलाएं बेझिझक होकर अपनी समास्या बता सकती हैं। वहीं प्रदेश सरकार का सख्त आदेश था कि महिला डेस्क पर शिकायत करने वाली महिलाओं का त्वरित कार्रवाई की जाए, लेकिन परसामलिक पुलिस सरकार के आदेशों की धज्जियां उड़ाते हुए 5 दिन से पीड़ित महिला से थाने का परिक्रमा करवा रही है।


बताते चलें कि उपरोक्त थाना क्षेत्र के विषखोप निवासिनी खुदैजा नामक पीड़ित महिला ने उपरोक्त थाने पर महिला हेल्प डेस्क के द्वारा अपने पति के खिलाफ 23 अक्टूबर को लिखित शिकायती पत्र देकर कार्यवाही की मांग की थी। लेकिन 5 दिन गुजर जाने के बाद भी अब तक पीड़ित महिला का कोई सुनवाई नहीं हुआ, सुनवाई तो अब तक ना कोई पुलिसकर्मी मामले की जानकारी लेने पहुंचा और ना ही पीड़ित महिला को थाने बुलाकर मामले की जानकारी ली गई।

पीड़ित महिला ने अपने दिए शिकायती पत्र में कही है कि मेरी तीन बेटियां हैं ऐसे में मेरा पति दूसरी पत्नी को लाकर घर पर रख लिया है और घर में ताला मारकर हमें घर से बाहर निकाल रहा है ऐसे में छोटे-छोटे तीन बच्चों को लेकर कहां जाएं। आगे लिखी है कि पति घर पर आने के बाद हमें देखकर भद्दी भद्दी गालियां देते हुए जान से मारने की धमकी भी देता है।
पीड़ित महिला का कहना है कि महिला हेल्प डेस्क पर शिकायत करने के बाद मुझे एक रिसीविंग भी मिला था

जिसका नंबर पीएआर 022020 था जिसका जांच कॉस्टेबल अभिलेश कुमार को सौंपा गया था, पर आज 5 दिन गुजरने के बाद भी हमारे समस्या का कोई भी समाधान नहीं हो पाया है। महिला यह भी बताई कि पति घर आने के बाद हमें देख कर कहता है कि लाख शिकायत कर लो मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकती अब सवाल यह है कि एक तरफ जहां प्रदेश सरकार मिशन नारी सुरक्षा एवं रक्षा का भार पुलिस को सौंपी है

तो वहीं पुलिस महिलाओं को जागरूक करने के लिए जगह-जगह जागरूकता अभियान चलाकर महिलाओं को जागरूक कर रही है फिर भी जागरूक करने वाली पुलिस ही कार्यवाही में पूरी तरह से शिथिलता बरत रही है। ऐसे में महिलाओं को नारी सुरक्षा अभियान एवं थाने पर महिला हेल्प डेस्क से विश्वास उठता जा रहा है।

Tags:

About The Author

Post Comment

Comment List

आपका शहर

अंतर्राष्ट्रीय

Online Channel