नौ दिन से टूटा बिजली का खंभा, साहब को नहीं है परवाह

बिजली आपूर्ति नहीं होने से किसानो के तीन ट्यूबबेल हैं बंद लगभग पचास बीघे की फसल की सिंचाई है प्रभावित अमेठी। खबर जनपद के अमेठी तहसील से हैं। जहाँ के पीठीपुर उपकेंद्र से बिजली आपूर्ति होने वाले गाँव घाघूघार मे पाँच अक्टूबर को बिजली का खंभा टूट गया। जिससे बिजली आपूर्ति ठप्प है। इसी

बिजली आपूर्ति नहीं होने से किसानो के तीन ट्यूबबेल हैं बंद

लगभग पचास बीघे की फसल की सिंचाई है प्रभावित  

               अमेठी। खबर जनपद के अमेठी तहसील से हैं। जहाँ के पीठीपुर उपकेंद्र से बिजली आपूर्ति होने वाले गाँव घाघूघार मे पाँच अक्टूबर को बिजली का खंभा टूट गया। जिससे बिजली आपूर्ति ठप्प है। इसी खंभे से तीन किसानों के निजी नलकूप को बिजली आपूर्ति होती है जिससे लगभग पचास बीघे की फसल की सिंचाई की जाती है। लेकिन बिजली आपूर्ति ना होने से नलकूप बंद पड़े हैं और किसानों के खेतों की सिंचाई नहीं हो पा रही है।

                प्रभावित किसान आलोक रंजन त्रिपाठी, पारिजात त्रिपाठी और महेश मिश्रा ने बताया की हेल्पलाइन नंबर 1912 पर दो बार फोन भी किया गया लेकिन समस्या का समाधान किए बिना ही एसएमएस आ गया की आपकी समस्या का समाधान कर दिया गया है।

               किसानों ने बताया की समस्या के बारे मे अमेठी जेई को कई बार बताया गया लेकिन साहब को कोई परवाह ही नहीं है। किसानों ने बताया की खंभा गिरे हुए 9 दिन बीतने को हैं लेकिन समाधान हेतु साहब द्वारा कोई संतोषजनक उत्तर नहीं मिला है।

               इस संबंध मे जानकारी लेने के लिए जब स्वतंत्र प्रभात ने जेई अमेठी को फोन किया तो उनका फोन नहीं उठा। किसान से जुड़ी समस्या की जानकारी लेने के लिए जब अधिशासी अभियंता खंड-दो को फोन किया गया तो उनका भी फोन नहीं उठा और इन अधिकारियों द्वारा काल बैक भी नहीं आया। सवाल यह है की आकस्मिक सेवा मे लगे यह अधिकारी इस प्रकार का गैर-ज़िम्मेदारी भरा व्यवहार क्यों करते हैं? किसानों की समस्या का त्वरित निस्तारण क्यों नही किया जा रहा है। 

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