कहीं मामा ही तो नहीं भांजी का हत्यारा, और बेगुनाहों को हुई जेल ।

कहीं मामा ही तो नहीं भांजी का हत्यारा, और बेगुनाहों को हुई जेल । ए •के • फारूखी ( रिपोर्टर) ज्ञानपुर,भदोही । उत्तर प्रदेश के अन्य जनपदों की भांति भदोही में भी कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त होती नजर आ रही है। रिश्ते ही रिश्तो का कत्ल करके अपराध को बढ़ाने में लगे हैं

कहीं मामा ही तो नहीं भांजी का हत्यारा, और बेगुनाहों को हुई जेल ।

ए •के • फारूखी ( रिपोर्टर)

ज्ञानपुर,भदोही ।

उत्तर प्रदेश के अन्य जनपदों की भांति भदोही में भी कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त होती नजर आ रही है। रिश्ते ही रिश्तो का कत्ल करके अपराध को बढ़ाने में लगे हैं ।हद तो तब हो जाती है, जब ऐसी वारदात को पुलिस की नाक के नीचे अंजाम दिया जाता है और कहानी कुछ और गढ़ दी जाती है।दरअसल यह वाकया गोपीगंज थाना क्षेत्र के तिवारीपुर चक- राजाराम गांव का है।

जहाँ गुरुवार को एक नाबालिग किशोरी की हत्या किसी और ने की लेकिन हत्यारोपियों को गिरफ्तार न करके निर्दोषों को फंसाया गया है।  कोतवाली थाना क्षेत्र के तिवारीपुर चक राजाराम गांव के  ग्रामीणों में उस वक्त हड़कंप मच गया। जब बीते गुरुवार को दोपहर मृत अवस्था में 13 वर्षीय नाबालिक किशोरी का शव बाजरे के एक खेत में मिली।

वारदात उस समय अंजाम दिया गया जब दोपहर बाद नाबालिग छात्रा बाजरे के खेत में शौच के लिए गई थी। तभी गांव के पड़ोसी और किशोरी के विपक्षियों कुंदन पुत्र मोतीलाल, कलेक्टर पुत्र हरिश्चंद्र ,व कुंदन के पुत्र प्रिंस ने पुरानी रंजिश के चलते किशोरी को खेत में खींच लिया और उसके संग रेप कर  धारदार हथियार से हत्या कर दी।

परिजनों ने खोजबीन के दौरान किशोरी को खेत में पाया और उपचार के लिए निजी चिकित्सालय गोपीगंज ले गए। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मामले की सूचना किशोरी के परिजनों ने डायल 112 पर फोन करके स्थानीय पुलिस को दी, कि किशोरी के साथ खेत में रेप किया गया और किशोरी के विरोध करने पर उसकी हत्या भी कर दी है।

मय फोर्स पुलिस अधीक्षक सहित मिर्जापुर परिक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक भी मौके पर जा पहुंचे। साथ ही साथ डाग स्क्वायड की टीम भी पहुंच गई। लेकिन सही सुराग नहीं लग सका। तो परिजनों की तहरीर पर पूर्व से विवादित चले आ रहे पड़ोसी विपक्षी गणों में कुंदन के परिजनों को ही रेपिस्ट मानकर रेप और हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया।

वहीं दूसरी ओर ग्रामीणों के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मृतक किशोर आंचल के पिता मुकेश के दो साले बच्चन व एक अन्य भी इसी गांव में काफी दिनों से रहते चले आ रहे हैं।जो काफी शराबी किस्म के बताए गए हैं  लॉकडाउन के दौरान हत्यारोपी कुंदन की 18 वर्षीय पुत्री सुनीता जब घर पर आई थी तो मृतक युवती के मामा सचिन ने सुनीता से अश्लीलता की थी, जिस पर गांव में काफी विवाद हुआ था।

तभी से किशोरी के पिता मुकेश व कुंदन के बीच तनातनी थाना चली आ रही थी , और आखिरकार मुकेश के मामा व परिजनों को बीते गुरुवार को मौका मिल ही गया।गुरुवार की दोपहर ज्योहीं  किशोरी शौच कोई निकली तो शायद उसके सगे मामा सचन जो अपनी सगी भांजी पर भी बुरी निगाह रखता था पीछा कर लिया और खेत में युवती के संग दुष्कर्म के प्रयास में असफल होने पर ईंट के प्रहार से उसे मार डाला।

यहां पर मृतक युवती के मामा ने एक तीर से दो निशाने साधे। पहला, कि पड़ोसी आरोपियों से दुश्मनी का बदला ले लिया  वहीं अपने बहन बहनोई के बीच अपनी खासी पैठ भी बना ली। माना जा रहा है कि अगर कुंदन कलेक्टर व प्रिंस ने मिलकर हत्या की होती तो दलित जाति होने के चलते पहले ही भाग खड़े होते। जबकि भारी पुलिस फोर्स के बीच भी वह घर में ही आराम फरमाते मिले। लोगों का कहना है।

कि यदि तीनों आरोपी होते तो हत्या के बाद भाग खड़े हुए थे वहीं आरोपी के परिजनों ने इस हत्याकांड में अपने बच्चों की गिरफ्तारी पर असहमति जताते हुए कहा कि मेरे बच्चों को झूठे आधार पर पुलिसिया कार्रवाई की गई है।बताते चलें कि दूसरे दिन तीन चिकित्सकों के पैनल में डा0धनेश पटेल, डा0आशीष सरोज और डा0 असलम ने जांच हेतु वेजाइनल रस भेजने के पश्चात रेप की पुष्टि पर असहमति जताई है।

Tags:

About The Author

Post Comment

Comment List

आपका शहर

अंतर्राष्ट्रीय

Online Channel