एसओ के तबादले पर जनमानस के छलक पड़े आंसू, नम आंखों से दी विदाई /
एसओ के तबादले पर जनमानस के छलक पड़े आंसू, नम आंखों से दी विदाई / सरस राजपूत (रिपोर्टर ) सुरियावां भदोही । सुरियावां थानाध्यक्ष विजय प्रताप सिंह की गिनती जिले के तेजतर्रार पुलिस अफसरों में होती है।अपराधियों के खिलाफ वो जितने सख्त हैं, आम लोगों के लिए उतने ही सर्व सुलभ।शायद यही कारण है कि
एसओ के तबादले पर जनमानस के छलक पड़े आंसू, नम आंखों से दी विदाई /
सरस राजपूत (रिपोर्टर )
सुरियावां भदोही ।
सुरियावां थानाध्यक्ष विजय प्रताप सिंह की गिनती जिले के तेजतर्रार पुलिस अफसरों में होती है।अपराधियों के खिलाफ वो जितने सख्त हैं, आम लोगों के लिए उतने ही सर्व सुलभ।शायद यही कारण है कि जब उनका तबादला हुआ तो इलाके के लोगों ने उन्हें फूल माला से लाद दिया।
विदाई देने के लिए थाने पहुंच आए और अपने चहेते पुलिस अफसर से लिपटकर रोते दिखे। इस खास मौके पर थाने के पुलिसवाले भी भावुक दिखे।
एसओ को फूल मालाओं से लाद दिया
स्थानीय लोगों ने जैसे ही सोशल मीडिया पर विजय प्रताप सिंह के तबादले की खबर देखी। लोग सुरियावां थाने में जुटने लगे। कुछ देर में ही पूरा थाना महिला, पुरुष और बुजुर्गों से भर गया।कोई माला लेकर पहुंचा तो कई बुके लिए हुए था।
अपने चहेते एसओ की विदाई को यादगार बनाने के लिए कुछ लोग केक तो कुछ मिठाई के साथ पहुंचे थे। हर किसी के चेहरे पर एसओ के विदा होने का गम साफ दिख रहा था।
कई लोग तो ऐसे भी थे जो थानाध्यक्ष से लिपटकर रोते देखे गए। लोगों ने थानाध्यक्ष की गाड़ी को काफी दूर तक धक्का दिया और विदाई की रस्म पूरी की।
बेहतरीन पुलिसिंग की पेश की मिसाल
अपनी बेहतरीन पुलिसिंग के बदौलत विजय प्रताप सिंह ने इलाके के लोगों के बीच खासे लोकप्रिय हो गए थे।
न सिर्फ कानून-व्यवस्था के मोर्चे पर बल्कि लोगों के सुख-दुख में भी शामिल रहते थे।
कई बार तो ऐसे मौके आए जब विजय प्रताप सिंह ने अपनी जान जोखिम में डालकर लोगों की जान बचाई।उनके तबादले से सिर्फ जनता ही नहीं बल्कि उनके सहयोगी भी दुखी नजय आये।
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