
ट्रेनिंग के नाम अध्यापक विद्यालय से गायब, जिम्मेदार बेखबर।
ट्रेनिंग के नाम अध्यापक विद्यालय से गायब, जिम्मेदार बेखबर। संतोष तिवारी (रिपोर्टर ) भदोही। सरकार भले ही शिक्षा व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए लाख जतन कर रही है लेकिन स्थानीय जिम्मेदारों की लापरवाही से कुछ सरकारी विद्यालय के अध्यापक मनमानी करने से बाज नही आ रहे है। और मिलीभगत से सरकार की मंशा
ट्रेनिंग के नाम अध्यापक विद्यालय से गायब, जिम्मेदार बेखबर।
संतोष तिवारी (रिपोर्टर )
भदोही।
सरकार भले ही शिक्षा व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए लाख जतन कर रही है लेकिन स्थानीय जिम्मेदारों की लापरवाही से कुछ सरकारी विद्यालय के अध्यापक मनमानी करने से बाज नही आ रहे है। और मिलीभगत से सरकार की मंशा पर पानी फेर रहे है। जबकि शासन का आदेश है कि अध्यापक निर्धारित समय के अनुसार विद्यालय में उपस्थित रहेंगे।
लेकिन यह आदेश कुछ जगह केवल हवा हवाई साबित हो रहा है। इस तरह का खेल जिले के कई विद्यालयों में हो रहा है। जहां अध्यापकों द्वारा मनमानी और लापरवाही के मामले देखे जा रहे है लेकिन विभाग के लोग जैसे बेखबर बने है। इस लापरवाही में स्थानीय ग्रामीण भी सहयोगी हो रहे है जो अपने गांव के विद्यालय पर ध्यान नही देते है और सब कुछ राम भरोसे छोड देते है।
एक ऐसा ही मामला बुधवार को डीघ ब्लाक के शेरपुर पिंडरा के प्राथमिक विद्यालय पर देखने को मिला जहां पर तैनात चार अध्यापकों और एक शिक्षामित्र में केवल अध्यापक साढे ग्यारह बजे आये और बाकी अध्यापक नदारद थे।
पूछे जाने पर अध्यापक विनय यादव ने बताया कि सभी अध्यापक ट्रेनिंग पर है और मै भी जा रहा हूं। जबकि खण्ड शिक्षा अधिकारी डीघ ने बताया कि आनलाइन ट्रेनिंग मोबाइल द्वारा विद्यालय से ही हो रही है कही जाना नही है। सभी अध्यापकों को विद्यालय में ही समय से समय तक रहना है।
अध्यापकों के अनुपस्थिति के बारे में कहा कि मामले की जांच कराकर दोषियों पर कार्यवाही होगी। हालांकि यह तो केवल एक विद्यालय का हाल है जिले में ऐसे ही न जाने कितने विद्यालय है जहां पर अध्यापक लोग मनमानी का खेल खेलते है और विभाग के अधिकारियों की कृपा से सरकार की मंशा को तार तार कर रहे है।
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