कृभको सेंटर पर यूरिया खाद की मारामारी, भटक रहे किसान

स्वतंत्र प्रभात लखीमपुर रवि प्रकाश सिन्हा इसके साथ ही कोविड19 के चलते शारीरिक दूरी की तो जमकर धज्जियाँ उड़ाई जा रही हैं। यह नजारा इफको व कृभको सेंटर पर रोजाना देखने को मिलता है महेवागंज-(खीरी) खरीफ की फसल को लेकर इलाके के किसानों को यूरिया खाद लेने के लिए सैकड़ों किसानों को काफी दिक्कतों का

स्वतंत्र प्रभात लखीमपुर रवि प्रकाश सिन्हा

 इसके साथ ही कोविड19 के चलते शारीरिक दूरी की तो जमकर धज्जियाँ उड़ाई जा रही हैं। यह नजारा इफको व कृभको सेंटर पर रोजाना देखने को मिलता है

महेवागंज-(खीरी) खरीफ की फसल को लेकर इलाके के किसानों को यूरिया खाद लेने के लिए सैकड़ों किसानों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जबकि बिचौलियों व दलालों को खाद लेने में कोई समस्या नहींकिसान को यूरिया एक से दो बोरी मिलना भी दुशवार हो रहा है जबकि सट्टेबाजों को बीस बीस बोरी यूरिया आसानी से मिल जाती है। खाद लेने आये दिनेश कुमार, श्रीकेशन, कल्लू, हरीराम, रामासरे, रामसागर, हरि किशन, आदि दर्जनों किसानों ने बताया कि यूरिया खाद लेने के लिए हम लोग सुबह से ही सेंटरों पर आकर लाइन में लग जाते हैं। जब तक सेंटर खुलता हैं तब तक सैकड़ों लोगों की भीड़ इकट्ठा हो जाती है। चाहे वह इफको सेंटर हो या कृभको। लाइन में लगकर भी शाम तक हम लोगों को खाद मिल जाये तो बड़ी बात है। उसके बाद दुसरे दिन यही हाल शुरू हो जाता है। पर बिचौलियों व दलालों को खाद के लिए न तो लाइन की जरूरत है और न ही देरी, इशारों में बात होती है एक तरफ पैसा ले लिया जाता है तो दूसरी तरफ उन्हें आसानी से यूरिया भी दे दी जाती है। इसके साथ ही कोविड19 के चलते शारीरिक दूरी की तो जमकर धज्जियाँ उड़ाई जा रही हैं। यह नजारा इफको व कृभको सेंटर पर रोजाना देखने को मिलता है। उधर छ बजते ही कृभको सेंटर पर  तस्करों व दलालों के यूरिया से लदे वाहन ही दिखाई पड़ते हैं। देर शाम तक सारी यूरिया ब्लैक में बेच दी जाती है।

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