झोलाछाप डॉक्टर बने जान के दुश्मन ।
झोलाछाप डॉक्टर बने जान के दुश्मन । गौरव पुरी (रिपोर्टर ) भदोही । स्वास्थ्य महकमे में डॉक्टरों की कमी का फायदा झोलाछाप डाक्टर उठा रहे हैं। नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में इन दिनों झोलाछाप डाक्टरों ने अपना आतंक मचा कर रखा है। फर्जी डिग्रियों के सहारे जगह जगह दुकानदारी खोलकर बैठे ये डाक्टर मरीजों के
झोलाछाप डॉक्टर बने जान के दुश्मन ।
गौरव पुरी (रिपोर्टर )
भदोही ।
स्वास्थ्य महकमे में डॉक्टरों की कमी का फायदा झोलाछाप डाक्टर उठा रहे हैं। नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में इन दिनों झोलाछाप डाक्टरों ने अपना आतंक मचा कर रखा है। फर्जी डिग्रियों के सहारे जगह जगह दुकानदारी खोलकर बैठे ये डाक्टर मरीजों के लिए यमदूत का काम कर रहे हैं। क्षेत्र में अब तक इनकी लापरवाही से कई मौतें हो जाने के बाद भी प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग चुप्पी साधे हुए हैं।
जानकारी के मुताबिक, नगर सहित ग्रामीण अंचलों में फर्जी डाक्टर मरीजों का इलाज कर रहे है। अन्य प्रदेशों की और अन्य डिग्री अपने पास रखे हैं। दुकानों में क्लीनिक खोलकर बैठे ये डाक्टर धड़ल्ले से एलौपेथिक इलाज करने के अलावा मरीजों को इंजेक्शन और बाटल लगाकर रुपए कमा रहे हैं।
आलम यह है कि अपने इलाज से अब तक कई लोगों की जिंदगी छीन चुके ये डाक्टर अब कुकरमुत्ते की तरह बढ़ने लगे है। ऐसे मंें नगर सहित आसपास के गांवों में उनकी संख्या लगातार बढ़ते जा रही है।
जनपद मे झोलाछाप डॉक्टरों ने कईयों की ले ली है जान ।
क्षेत्र में सक्रिय झोलाछाप डाक्टर मरीजों की जान लेने में भी पीछे नहीं है। एक दुकान खोलकर उसमें होर्डिंग लगाकर बैठ गए ये डाक्टर मरीजों को लूटने में लगे हैं। ऐसे ही झोलाछापो के कारण जिले मे अनेक लोगो की मौत हो जाती है ।
हालांकि बाद में भले कुछ मामलो मे पुलिस ने डाक्टर पर मामला दर्ज कर लिया हो लेकिन इसके बाद भी इन डाक्टरों का मकड़जाल क्षेत्र में फैलते ही जा रहा है।
बीएमओ को नहीं है परवाह ।
कुछ सालों तक डाक्टरोंके यहां कम्पाउंडर का काम करने वाले क्षेत्र में डाक्टर बनते जा रहे हैं। मरीजों को धोखे में रखकर इलाज कर रहे इन डाक्टरों पर कार्रवाई को लेकर बीएमओ भी लापरवाह है।
उनकी लापरवाही से क्षेत्र में नित्य नए डाक्टर अपनी दुकानदारी सजा रहे हैं। जबकि खुद बीएमओ को ऐसे झोलाछाप डाक्टरों पर कार्रवाई करने का अधिकार है।
ग्रामीण क्षेत्रों के हाल बेहाल ।
नगर के अलावा ग्रामीण क्षेत्र में शासकीय डाक्टरों के नहीं होने से पूरी व्यवस्था ही भगवान भरोसे है। वही सुरियावां ,खरगपुर , पाली ,सदौपूर , और तो और महजुदा मे तो हद हो गई जगह-जगह पर झोलाछाप डाक्टर अपनी दुकानदारी सजाकर मरीजों का इलाज कर रहे हैं।
लेकिन जिला प्रशासन कुंभकरण की नींद सो रही है ,लगता है जब तक कोई बहुत बड़ी घटना कारीत नहीं हो जाएगी तब तक जिला प्रशासन नींद से नहीं जागेगी ।
यही कारण है कि झोलाछाप डॉक्टरों का हौसला दिन प्रतिदिन बढ़ता चला जा रहा है और वह धड़ल्ले से मरीजों से पैसे कमाने के लिए उनके जीवन से खिलवाड़ करते रहते हैं ।
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