देश की बदकिस्मती है कि यहाँ भूखमरी किसी को नजर नहीं आती है- प्रशान्त कुमार /

देश की बदकिस्मती है कि यहाँ भूखमरी किसी को नजर नहीं आती है- प्रशान्त कुमार /

देश की बदकिस्मती है कि यहाँ भूखमरी किसी को नजर नहीं आती है- प्रशान्त कुमार / के• देव पाण्डेय (रिपोर्टर ) भदोही। उत्तर प्रदेश के भदोही जनपद मे गोपीगंज क्षेत्र के सारीपुर में रविवार को प्रशान्त कुमार, कुलदीप सिंह ठाकुर के द्वारा सारीपुर के जरूरतमंद, ईंट-भट्टों पर काम करने वाले व वनवाशी लोगों के लिए

देश की बदकिस्मती है कि यहाँ भूखमरी किसी को नजर नहीं आती है- प्रशान्त कुमार /

के• देव पाण्डेय (रिपोर्टर )

भदोही।

उत्तर प्रदेश के भदोही जनपद मे गोपीगंज क्षेत्र के सारीपुर में रविवार को प्रशान्त कुमार, कुलदीप सिंह ठाकुर के द्वारा सारीपुर के जरूरतमंद, ईंट-भट्टों पर काम करने वाले व वनवाशी लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था किया गया। आशीष श्रीवास्तव व शुभम सिंह के सहयोग से इन जरूरतमंद लोगों के लिए लंच पैकेट दिया गया।

इसमें आशीष प्रजापति, धर्मेंद्र यादव, अतुल सिंह, किसन सिंह, अजय यादव, नीरज सिंह, अन्सु सिंह, मोहित सिंह, सुरज सिंह और सुनील यादव का योगदान रहा।

प्रशान्त कुमार ने कहा कि यूँ तो गरीबी, भूख, भुखमरी और भिखारी का चोली दामन का साथ है लेकिन इस देश की बदकिस्मती है कि यहाँ भूख, भुखमरी और गरीबी किसी को नजर नहीं आती है। भारत में योजनाएं तो बड़ी-बड़ी बनती हैं लेकिन उन योजनाओं का लाभ भी अधिकारी वर्ग को ही मिलता है।

आम आदमी तक आते-आते या तो यह योजनाएं दम तोड़ चुकी होती हैं या अधिकारियों की फाईलों में ही गुम हो जाती है। सच तो यह है कि दुनिया भर के देशों में निजी और सामूहिक तौर पर इतनी राजनैतिक इच्छाशक्ति नहीं है कि भूख और भुखमरी से ग्रस्त गरीब आदमी को उसकी मुश्किलों से बाहर निकाल सके।

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